यूक्रेन में फंसे छत्तीसगढ़ के छात्र, परिजनों को सता रही सकुशल वापसी की चिंता, केंद्र व राज्य सरकार से मदद की गुहार

यूक्रेन के कुछ रिहायशी इलाकों में हुए रूस के हमले के बाद छत्तीसगढ़ के उन परिजनों की चिंता बढ़ गई है, जिनके बच्चे यूक्रेन के अलग-अलग शहरों में पढ़ रहे हैं। रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए कुछ अभिभावकों ने अपने बच्चों को बुला लिया है, लेकिन युद्ध के हालातों के बीच कुछ अभिभावक चाहकर भी अपने बच्चों को इसलिए नहीं बुला पाए है, क्योंकि आने के हवाई जहाज नहीं मिल रहे हैं। परेशान परिजन सरकार से बच्चों की सकुशल वापसी की गुहार भी लगा रहे हैं।

गुरुवार को रूस के द्वारा यूक्रेन पर हमले की खबर मिलते ही छत्तीसगढ़ के लोगों को अपने परिजनों व बच्चों की चिंता सताने लगी। वापस लौटने छत्तीसगढ़ के दिल्ली स्थित हेल्पलाइन नंबर पर भी संपर्क कर रहे हैं। कुछ लोग दोगुना से तिगुना किराया देकर वापस भी आना चाह रहे थे, लेकिन आज सुबह हुए हमले के बाद यूक्रेन की सभी फ्लाइट्स को रद्द कर दिया गया है। भारतीय प्लेन भी वापस लौट आया है। यूक्रेन में फंसे छात्र एम्बिसी से संपर्क कर रहे हैं। बिलासपुर शहर के भगत परिवार ने सीएम और भारत सरकार से आग्रह किया है कि इस दिशा में कुछ पहल करें, ताकि उनके बच्चे सुरक्षित आ सके।

सभी बच्चों को सुरक्षित वतन लाए सरकार
यूक्रेन में फंसे अभिषेक के पिता आरआर भगत ने बताया कि किसी तरह उनसे बात हो रही है। उन्होंने बताया कि वहां के हालात अभी बेहद खराब है। अभिषेक वापस आना चाहता है, लेकिन कोई व्यवस्था नहीं बन रही है। पहले तो उन्होंने कहा कि हालात सामान्य हो जाएंगे, लेकिन युद्ध शुरू हो जाएगा ऐसी उम्मीद नहीं है। भगत ने बताया कि वहां हवाई किराया दोगुना-तिगुना कर दिया गया है, जो एक बड़ी मुसीबत बन कर सामने आई है। भगत ने राज्य व केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि छत्तीसगढ़ सहित हिन्दुस्तान के जितने बच्चे यूक्रेन में फंसे हैं, उन्हें सुरक्षित लाया जाए।

दिल्ली में छत्तीसगढ़ का हेल्प लाइन नंबर
सीएम भूपेश बघेल के निर्देश पर छत्तीसगढ़ सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने बताया कि संपर्क अधिकारी गणेश मिश्रा, नई दिल्ली के छत्तीसगढ़ भवन से यूक्रेन में मदद संबंधी गतिविधियों का संचालन करेंगे। उनसे लैंडलाइन 01146156000 और मोबाइल नंबर 9997060999 से संपर्क किया जा सकता है। यूक्रेन हेल्पडेस्क का एक फैक्स नंबर 01146156030 भी जारी किया गया है। यहां अब तक 32 से ज्यादा लोगों ने कॉल कर अपने बच्चों व परिजनों के यूक्रेन में होने की जानकारी साझा की है।

फ्लाइट की टिकट ही नहीं मिल रही  
यूक्रेन में छत्तीसगढ़ के कई बच्चे अभी भी फंसे हुए हैं। रविवार को बिलासपुर निवासी ऋषभ शुक्ला यूक्रेन से लौटे हैं। वे कीव के एक संस्थान में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे। उनका कहना था, उन्होंने काफी पहले ही टिकट करा लिया था। उस समय वह टिकट 32 हजार रुपये का था। अब तो फ्लाइट का टिकट ही नहीं मिल रहा है। जिन विमान कंपनियों का टिकट है, उसकी कीमत 70 से 80 हजार रुपये तक हो चुकी है। इधर बम-बारी शुरू होने के बाद भारतीय विमान को भी लैंडिंग की अनुमति नहीं मिली और वह वापस लौट आया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button