ये है दुनिया की सबसे महंगी लकड़ी, एक किलो की कीमत में खरीद लेंगे शानदार लग्जरी कार

जोहान्सबर्ग: अगर लकड़ी की बात की जाए तो अभी तक हम चंदन को सबसे महंगा मानते आए हैं. जो 5 से 6 हजार रुपये प्रति किलो तक बिकती है. ऐसे में अगर आपको पता चले कि दुनिया में ऐसी लकड़ी भी पाई जाती है, जो गोल्ड से भी ज्यादा महंगी (Most Expensive Wood) बिकती है तो आप हैरान रह जाएंगे. आज हम आपको बतातें हैं कि वह लकड़ी कौन सी है और इतनी महंगी क्यों बिकती है.

दुनिया की सबसे महंगी लकड़ी है अफ्रीकी ब्लैकवुड

African blackwood is most expensive wood in world

जिस लकड़ी की बात हम कर रहे हैं उसका नाम है अफ्रीकी ब्लैकवुड (African Blackwood). इस लकड़ी को धरती पर मौजूद सबसे मूल्यवान सामग्रियों में से एक माना जाता है. यह दुनिया की सबसे महंगी लकड़ी भी है. यह दुर्लभ लकड़ी मध्य और दक्षिण अफ्रीका के 26 देश में पाई जाती है.

 7 लाख रुपये में बिकती है एक किलो लकड़ी
One kg of wood sold for Rs 7 lakh

अब आप इस दुर्लभ लकड़ी अफ्रीकी ब्लैकवुड (African Blackwood) की कीमत भी जान लीजिए. यह लकड़ी 8 हजार पाउंड यानी 7 लाख रुपये प्रति किलोग्राम में बिकती हैं. यानी आप इस लकड़ी की कीमत में एक ठीकठाक लग्जरी कार खरीद सकते हैं या पार्टनर के साथ इंटरनेशनल टूर कर सकते हैं.

 60 सालों में तैयार होता है अफ्रीकी ब्लैकवुड का पेड़
African blackwood tree matures in 60 years

अफ्रीकी ब्लैकवुड (African Blackwood) के महंगे होने का कारण इसकी दुर्लभता है. इस पेड़ को ठीक से तैयार होने में 60 सालों का समय लगता है. अफ्रीकी ब्लैकवुड के पेड़ सेनेगल पूर्व से इरिट्रिया तक अफ्रीका के सूखे क्षेत्रों और दक्षिण अफ्रीका के उत्तर-पूर्वी भागों में मिलते हैं. इनकी ऊंचाई लगभग 25-40 फीट होती है. ये सूखे स्थानों पर ही ज्यादातर मिलते हैं. चूंकि इन पेड़ों की संख्या बहुत सीमित है और डिमांड बहुत ज्यादा. इसलिए इनकी कीमत भी लगातार बढ़ती जा रही है.

  संगीत वाद्ययंत्र और फर्नीचर बनाने में होती है इस्तेमाल
Used to make musical instruments and furniture

अफ्रीकी ब्लैकवुड (African Blackwood) की लकड़ी का अधिकतर इस्तेमाल शहनाई, बांसुरी और गिटार जैसे संगीत वाद्ययंत्र बनाने के काम में होता है. इसके अलावा इस लकड़ी से मजबूत और टिकाऊ फर्नीचर भी बनाए जाते हैं. ऐसे फर्नीचर काफी महंगे होते हैं. जिससे उन्हें आम आदमी नहीं खरीद पाते. हालांकि अमीर लोग अपने घरों को स्टाइलिश बनाने के लिए इस लकड़ी के फर्नीचर का इस्तेमाल करते हैं.

  अवैध कटाई की वजह से घटती जा रही है संख्या
The number is decreasing due to illegal harvesting

बेहद महंगे होने की वजह से अफ्रीकी ब्लैकवुड (African Blackwood) पेड़ के दुश्मन भी बहुत हैं. तस्कर इन पेड़ों को ठीक से तैयार होने से पहले ही काट देते हैं. चंदन के पेड़ की तरह लगातार अवैध कटाई और तस्करी की वजह से अब इन पेड़ों की संख्या बहुत घट गई है. जिससे यह पेड़ दुर्लभता की श्रेणी में आ गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केन्या, तंजानिया जैसे देश में इस पेड़ की तस्करी आम है. अब इन देशों में अफ्रीकी ब्लैकवुड को बचाने के लिए जंगलों में हथियारबंद जवान तैनात किए गए हैं.

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