
आखिर ओपी चौधरी कब तक अपनी जमीन तलाशने में जुटे रहेंगे
रायगढ़। भाजपा के रायगढ़ जिले के कद्दावर नेता और आईपीएस से इस्तीफा देकर राजनीति में कदम रखने वाले ओपी चौधरी पिछले चुनाव में खरसिया विधानसभा से भाजपा के लिए विधायक की उम्मीदवारी की थी जिसमें बड़े मतों से हार का सामना करना पड़ा था उसके बाद चौधरी ने खरसिया विधानसभा से मोह भंग हो गया था पार्टी आलाकमान के आदेश पर रायगढ़ के पांचों विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं में जोश भरने और पार्टी को मजबूती प्रदान करने में जुटे रहे वही भाजपा के स्थानीय नेताओं के साथ मिलकर कई रैली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई या फिर यूं कहें कि भाजपा के जितने भी बड़े-बड़े आंदोलन हुए हैं उसमें ओपी चौधरी के नेतृत्व में ही हुए हैं हालांकि रायगढ़ विधानसभा में ओपी चौधरी की एक अलग पैठ है भारतीय जनता पार्टी के जमीनी कार्यकर्ता ओपी चौधरी को पसंद करते हैं इसके अलावा जहा लोग या युवा पीढ़ी स्थानीय विधायक प्रकाश नायक के नेतृत्व में कांग्रेसमें शामिल होने की झड़ी लगी है वही कुछ दिनों से ओपी चौधरी के नेतृत्व में नगर पंचायत किरोड़ीमल नगर में गोपाल सिंह मंडल अध्यक्ष के सक्रियता से सैकड़ों कार्यकर्ता उनके निवास स्थान पहुँच कर भाजपा में शामिल हुए वहीं वार्ड नंबर पांच में भी कई युवा भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए इसे तात्पर्य होता है कि भारतीय जनता पार्टी के रायगढ़ विधानसभा में ओपी चौधरी की पूछ परख काफी हद तक अच्छी है
स्थानीय जमीन तलाशने में लगे चौधरी। विधानसभा सीट को लेकर ओपी चौधरी के मन में क्या चल रहा है या क्या सोच रहे हैं यह समझ से परे है राजनीति गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है कि ओपी चौधरी कहां से चुनाव लड़ेंगे कुछ लोगों का मानना है कि वह चंद्रपुर से या फिर खरसिया या रायगढ़ विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे यह निर्णय ओपी चौधरी को ही लेना पड़ेगा क्योंकि जिस तरह से ओपी चौधरी का पैठ प्रदेश स्तर के साथ ही दिल्ली तक ओपी चौधरी की पूछ परख है अब ओपी चौधरी को खुद निर्णय लेना होगा कि किस विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेगें लेकिन ओपी चौधरी को जल्द से जल्द निर्णय लेकर उस विधानसभा सीट पर काम करने की तैयारी करनी चाहिए अगर निर्णय लेने में जितना विलंब होगा उतने ही आगे चलकर ओपी चौधरी के अलावा दोनों अन्य सीटों पर भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि जिस विधानसभा सीट पर खरसिया हो या रायगढ़ हो या फिर चंद्रपुर हो जो भी उम्मीदवार विधायक के लिए उमीदवारी करेगा वह अपने अपने तरीके से कार्यकर्ता को जोड़ेगा और उस विधानसभा सीट पर अपनी तैयारी करेगा जितना देर चौधरी को निर्यण लेने में लगेगा उतना ही विधानसभा का नुकसान होगा ओपी चौधरी के निर्णय पर ही तीनों ही सीट का निर्णय टिक्की हुई है
ओपी चौधरी को रायगढ़ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहिए।ओपी चौधरी को रायगढ़ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहिए क्योंकि रायगढ़ भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता चौधरी को पसंद करते हैं और निःसदेश ओपी चौधरी के अगुवाई में रायगढ़ विधानसभा में पार्टी की मजबूती मिली है भारतीय जनता पार्टी रायगढ़ विधानसभा चुनाव में एक नया चेहरा देकर पाटी कार्यकर्ता को सदेश दे सकती है और ओपी चौधरी के नेतृत्व में रायगढ़ विधानसभा सीट को जीतने में कामयाबी मिल सकती है वहीं चौधरी अन्य विधानसभा सीट पर भी ध्यान रख सकते हैं खैर देखना है की पार्टी का निर्णय और ओ पी चौधरी का निर्णय कब तक लोगों के सामने आता है