ये एक छोटी सी गलती देती है पूरी जिंदगी का दर्द, जरूर जान लें वरना पछताएंगे

नई दिल्‍ली: दोस्‍ती जीवन में एक अहम रिश्‍ता होता है. कई बार जब खून के रिश्‍ते भी साथ छोड़ देते हैं, तब भी सच्‍चा दोस्‍त साए की तरह साथ रहता है और हर मुश्किल वक्‍त में मदद करता है. लेकिन कई बार दोस्‍ती का रिश्‍ता ही जिंदगी भर का दुख दे जाता है. महान कूटनीतिज्ञ, राजनीतिज्ञ और अर्थशास्‍त्र के ज्ञाता आचार्य चाणक्य ने व्‍यवहारिक जीवन से जुड़ी अहम शिक्षाएं दी हैं. उनके द्वारा लिखे गए नीति शास्‍त्र में दोस्‍ती, रिश्‍तों को लेकर जो कहा गया है वो आज भी प्रासंगिक है. चाणक्‍य नीति के मुताबिक 2 तरह के दोस्‍त बहुत खतरनाक हैं.

दोस्‍ती के मामले में न करें ये गलती

आचार्य चाणक्य ने सुखद और सफल जीवन जीने के गुर बताने के साथ-साथ कुछ बातों को लेकर आगाह भी किया है, जिनसे हर व्‍यक्ति को बचना चाहिए. इन्‍हीं में से एक है दोस्‍ती से जुड़ी कुछ गलतियां. आचार्य चाणक्‍य कहते हैं कि दोस्‍त बनाना और दोस्‍ती निभाना अच्‍छी बात है लेकिन इस मामले में एक गलती कभी न करें, वरना पूरी जिंदगी पछताएंगे. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि दोस्‍त 2 तरह के होते हैं. पहले अच्‍छे और सच्‍चे मित्र. दूसरे, दोस्‍ती की आड़ में दुश्‍मन जैसा व्‍यवहार करने वाले लोग. ये दोनों ही दोस्‍त बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं.

– यदि दोस्‍त दोस्‍ती की आड़ में आपको नुकसान पहुंचा रहा है तो उससे जितनी जल्‍दी हो दूर हो जाएं. वह किसी भी दिन आपको तगड़ा झटका या नुकसान दे सकता है.

यदि आपके जीवन में कोई अच्‍छा और सच्‍चा मित्र है तो भी उसे सोच-समझकर, परखकर ही अपने राज बताएं. बेहतर होगा कि उसे राज की हर बात न ही बताएं. क्‍योंकि यदि आपकी कभी उससे दोस्‍ती टूट गई तो वो आपके राज दूसरों को बता कर आपको बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है.  इसलिए किसी भी मित्र पर भरोसा करके सारे राज न बता दें कि वह आने वाले समय में इसका फायदा उठा सके.

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