राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जिले के एक लाख 75 हजार से अधिक बच्चों की स्क्रीनिंग और स्वास्थ्य जांच कराते हुए जरूरी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई। कार्यक्रम का उद्देश्य शून्य से 18 वर्ष के बच्चों का चार चरणों में स्क्रीनिंग की जाती है।
बच्चों में 35 तरह की बीमारियों का चिरायु में इलाज का प्रावधान है। जांच में पाई गई सीएमएचओ डॉ. मधुलिका सिंह ठाकुर ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम शासकीय आंगनबाड़ी व स्कूल में पढ़ने वाले ग्रामों में बच्चों को जाकर चिन्हित कर उनकी गंभीर बीमारियों का उपचार कराती है।