लोकतंत्र के दोनों प्रहरी आमने-सामने, लेकिन असल में विवाद खड़ा किसने किया?

बेमेतरा =सर्व दलीय मंच नवागढ़ के विकास धर दीवान ने कहा कि नवागढ़ क्षेत्र में सरपंच संघ और पत्रकार समुदाय के बीच उत्पन्न विवाद ने पूरे इलाके में चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। दोनों ही पक्ष- जनप्रतिनिधि भी और पत्रकार भी-लोकतांत्रिक व्यवस्था के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। एक ओर सरपंच ग्रामीण शासन और जनभागीदारी की रीढ़ हैं, वहीं पत्रकार समाज की आवाज़ और पारदर्शिता के प्रहरी माने जाते हैं। ऐसे दो जिम्मेदार समूहों के बीच तनातनी का माहौल स्वाभाविक रूप से पूरे क्षेत्र के लिए चिंताजनक है। बेमेतरा के एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में दीवान कहा कि अपने स्वार्थ के लिए सरपंच मीडिया को उलझाना उचित नहीं है
इसी पृष्ठभूमि में नवागढ़ विधानसभा सर्वदलीय मंच ने जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपते हुए स्पष्ट कहा है कि यह विवाद दोनों पक्षों की मंशा का परिणाम नहीं, बल्कि कुछ गलत सूचनाओं और तोड़-मरोड़कर फैलाए गए संदेशों से उत्पन्न हुआ तनाव है। मंच ने कहा कि दोनों पक्षों ने लोकतंत्र और जनहित के लिए हमेशा अपनी जिम्मेदारियाँ निभाई हैं, इसलिए इस प्रकार का टकराव स्वाभाविक नहीं हो सकता। मंच का कहना है ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि आखिर वे कौन लोग हैं जो दोनों लोकतांत्रिक प्रहरियों-सरपंचों और पत्रकारों को आमने-सामने खड़ा कर रहे हैं? सर्वदलीय मंच ने कहा कि दोनों ही पक्ष लोकतंत्र के सशक्त प्रहरी हैं, और इनके बीच दूरियाँ पैदा होना पूरे समाज के लिए नुकसानदेह है।
सर्वदलीय मंच ने प्रशासन के सामने यह सवाल उठाया कि गलत सूचनाएँ किसने फैलाई? किसने अधूरे तथ्य या भ्रामक संदेशों से गलतफहमियाँ बढ़ाई?
किसे इस विवाद से लाभ हो सकता है? और सबसे महत्वपूर्ण-क्या कोई तीसरा तत्व जानबूझकर माहौल बिगाड़ रहा है?मंच का कहना है कि तथ्यहीन या भ्रमित करने वाली सूचना किसी भी दो पक्षों को आमने-सामने ला सकती है, और वर्तमान विवाद उसी का उदाहरण है।
दीवान बताया कि सर्वदलीय मंच की प्रमुख मांगें यह कि संपूर्ण प्रकरण की स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच समिति गठित की जाए। दोनों पक्षों से प्राप्त दस्तावेज़, प्रमाण और बयान को समान महत्व दिया जाए। भ्रामक सूचनाएँ फैलाने या विवाद को बढ़ाने वाले तत्वों की पहचान कर कानूनी कार्रवाई की जाएं
जांच अवधि में किसी भी प्रकार का पक्षपातपूर्ण दबाव या पूर्वाग्रह न रखा जाए जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाए, ताकि क्षेत्र में फैला भ्रम समाप्त हो सके। भविष्य में इस प्रकार का माहौल बनाने वाले व्यक्तियों पर कड़ी कार्रवाई कर एक स्पष्ट संदेश दिया जाए दीवान ने स्पष्ट किया है कि उनकी यह पहल किसी समूह, संस्था या व्यक्ति के विरोध में नहीं है। इसका एकमात्र उद्देश्य है सामाजिक शांति की पुनर्स्थापना, लोकतांत्रिक मर्यादाओं की सुरक्षा और गलत सूचनाओं के प्रभाव को समाप्त करना। इस अवसर पर विकास धर दीवान, सुरेन्द्र तिवारी, नरेंद्र शर्मा, जिला पंचायत सदस्य मधु रॉय, जावेद खान, अजय तिवारी, नवागढ़ नगर पंचायत अध्यक्ष सिद्धांत चौहान, शक्तिधर दीवान, रितेश शर्मा, सतीश मार्कण्डेय, चंद्रपाल साहू, अमित जैन, मिंटू बिसेन, विजय यादव, ईश्वर सिंह लोधी, माधो राजपूत, सुदीप शर्मा, गुरमुख भार्गव, सुरेश निषाद, मोहन चेलक, मोती साहू सहित संघ के सदस्य उपस्थित थे।

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