
विधानसभ शून्यकाल में पित्तेभोडिया के पीड़ित परिवारो का मामला नेता प्रतिपक्ष ने उठाया।
पखांजुर से बिप्लब कुण्डू-15.3.22
तीनो मृतक के परिवारों को 50-50 लाख मुआवजा और परिवारों के एक सदस्य को नॉकरी दी जाय।

कोटरीनदी बड़गांव पर बनी पुलिया पर पुलिस वाहन के टक्कर में 3 ग्रामीणों का मौत का मामले को लेकर 4 दिन पहले बड़गांव में चक्काजाम किया गया था।और इस मामले को 14 मार्च को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने शून्यकाल में उठाया है और ध्यानाकर्षण में चर्चा करने की मांग की।
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 4 दिन पहले ही पीड़ित परिवार के साथ बड़गांव में सांकेतिक धरना देते हुए मांग किया था कि तीनो मृतकों के परिजनों को 50-50 लाख मुआबजा के अलावा परिवार के एक सदस्य को नॉकरी दी जाय।पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने धरना स्थल से इस मामले को विधानसभा में उठने के लिए प्रतिपक्ष नेता धरमलाल कौशिक से भी बात किया था।पूर्व प्रदेशाध्यक्ष ने मीडिया बात करते हुए कहा कि प्रतिपक्ष नेता ने पित्तेभोडिया के पीड़ित परिवार के मामले को शून्यकाल में उठाया है और चर्चा के लिए ध्यानाकर्षण में भी प्रश्न लगाया गया है।पूर्व प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि सरकार जब उत्तरप्रदेश में 50-50 लाख रुपया दे सकती है तो छत्तीशगढ़ में सरकार के अमले को गलती के कारण हुई मौत से पीड़ितो को 50-50 लाख रुपया क्यों नही दे सकती है।पीड़ितों के परिवार के एक सदस्य को नॉकरी भी देनी चाहिये।
सरकार पीड़ितों की मांग को करे पूरा:-
सरकार प्रदेश के जनता के प्रति वास्तव में गम्भीर है तो पित्तेभोडिया के पीड़ित परिवार के लोगो की गुहार को सुनकर उनके मांग को पूरा करना चाहिए ।सरकार अंदुरिणी इलाके के ग्रामीणों के पीढ़ा को न तो एहसास कर रही है और न कि उनकी मांग को पूरा कर रही है।विधानसभा में मामला उठने के बाद शायद सरकार गम्भीर हो जाय।