
बोरिया में स्पंज प्लांट स्थापना का विरोध, जनसुनवाई में किसानों ने एसडीएम को सौपा ज्ञापन
दिनेश दुबे 9425523689
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*बोरिया में स्पंज प्लांट स्थापना का विरोध, जनसुनवाई में किसानों ने बेमेतरा एसडीएम को सौपा ज्ञापन
*किसान नेता योगेश तिवारी के सैकड़ों समर्थकों ने जनसुनवाई स्थल में प्लांट स्थापना का दर्ज कराया विरोध
बेमेतरा— बेरला ब्लाक के ग्राम बोरिया में स्पंज आयरन प्लांट की स्थापना के लिए बुलाई गई जनसुनवाई का क्षेत्र के किसानों ने एकजुट होकर विरोध किया । इस दौरान किसान नेता योगेश तिवारी की अनुपस्थिति में सिंद्धांत तिवारी के नेतृत्व में उनके सैकड़ों समर्थकों ने प्लांट स्थापना का विरोध दर्ज कराने के साथ बेमेतरा एसडीएम दुर्गेश वर्मा को ज्ञापन सौपा । ज्ञापन के अनुसार बेमेतरा जिला कृषि प्रधान है, इसलिए बेरला बेल्ट में कृषि आधारित उद्योगों की स्थापना की जाए । जिसकी घोषणा प्रदेश सरकार ने की थी । लेकिन प्रदेश सरकार अपनी घोषणा के विपरीत जाकर प्रदूषण युक्त प्लांट के स्थापना की तैयारी कर रही रही है । फिलहाल कृषि प्रधान बेमेतरा जिला उद्योगों के प्रदूषण से मुक्त है, वर्तमान में राज्य सरकार से एमओयू किए उद्योगपति द्वारा जिले के गांवो में प्रदूषण वाले उद्योग खोले जाएंगे । जो दुर्भाग्यपूर्ण है । योगेश तिवारी ने बताया कि वे पारिवारिक कारणों से बाहर है, इसलिए अपनी अनुपस्थिति में समर्थकों को विरोध दर्ज कराने जनसुनवाई में भेजा था ।
राज्य सरकार कृषि आधारित उद्योगों को दे प्राथमिकता
ज्ञापन में बताया गया है कि प्रदूषण की पीड़ा सिलतरा, उरला, सरोरा समेत आसपास क्षेत्र के रहवासी बता सकते । इन क्षेत्रों की स्थिति काफी खराब है, प्रदूषण का स्तर इतना अधिक है कि, दीगर क्षेत्र का नागरिक इन स्थानों से गुजरना नही चाहता, रहने की बात तो दूर रही । इसी प्रकार इन क्षेत्रों की कृषि पूरी बर्बाद हो चुकी है । यहां हर तरफ सिर्फ प्लांटों का धुआं और प्रदूषण के सिवाय कुछ दिखाई नही देता । बेमेतरा जैसे कृषि प्रधान जिले में इस तरह की स्थिति निर्मित की जा रही है । बोरिया में प्लांट की स्थापना के लिए बुलाई गई जनसुनवाई का हम पुरजोर विरोध करते हैं । इसलिए शासन-प्रशासन प्रदूषण वाले उद्योगों के स्थापना ना कर, कृषि आधारित उद्योगों को तवज्जो दी जाए ताकि बेमेतरा जिले में कृषि प्रधानता बनी रहे ।