शादी की खुशियों में काल बना कुआं, 13 लोगों की कैसे हुई दर्दनाक मौत, जानिए पूरी खबर

Kushinagar: जिस घर में शादी की खुशियां और चहल-पहल थी, वहां आज मातम पसरा है. चारों तरफ चीख-पुकार मची है. 13 महिलाओं के दर्दनाक मौत का मंजर है कुशीनगर के नौरंगिया गांव का,  पल कल शाम तक खुशी का माहौल था, वहां अब मातम पसरा है. मौत की वजह बना है कुआं, जो मौत की रस्म का भयावह मंजर दिखा. कुएं पर शादी की रस्में निभाई जा रही थीं और देखते ही देखते 30 लोग कुएं में समा गए. अचानक हुए इस हादसे में किसी को कुछ समझ ही नहीं आया. हादसे के बाद तो चीख पुकार मच गई. करीब डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद जब कुएं में डूबे लोगों को निकाला गया तो उसमें से 13 लोग दम तोड़ चुके थे.

ऐसे हुआ दर्दनाक हादसा

जिस घर में शादी की रस्म चल रही थी, वहां शादी से पहले हल्दी से जुड़ी एक एक रस्म मटकोड़वा के लिए औरतें व लड़कियां घर के पास के कुएं पर पहुंची थीं. बुधवार की रात करीब 9 बजे मटकोड़वा के लिए कुआं पूजन की रस्म के लिए सभी गीत गा रही थीं और हंसी-मजाक चल रहा था. जिस कुएं पर रस्म हो रही थी, वो कुआं पानी से भरा हुआ था. महिलाओ और बच्चों की भीड़ अधिक थी. रस्म को देखने के लिए   महिलाएं कुएं की मुंडेर और कुएं पर बने चबूतरे पर पर बैठीं थीं. जानकारी के मुताबिक कुएं का चबूतरा कमजोर था और टूटकर कुएं में गिर गया और हादसा हुआ. आसपास के लोगों का कहना है कि महिलाओं और बच्चों को कुएं के स्लैब पर चढ़ने के लिए मना भी किया जा रहा था, लेकिन कोई माना नहीं.

घटना के बाद हाहाकार मच गया. कुएं में गिरी महिलाओं और बच्चियों को कैसे निकाला जाए, किसी को समझ नहीं आ रहा था और  जब तक बचाव के लिए लोग पहुंचे तबतक काफी देर हो चुकी थी. दो घंटे की मशक्कत के बाद 11 बच्चियों व दो महिलाओं को कुएं से निकालकर अस्पताल भेजा गया मगर तब तक उनकी मौत हो चुकी थी. जिलाधिकारी के साथ तमाम प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी देर रात तक कुएं से और लोगों को निकालने में जुटे रहे.

हादसे के बाद गांव के पुरुष हो गए फरार

कहा जा रहा है कि घटना इतनी भयावह थी कि पूरे गांव में कोहराम मच गया. शादी वाले घर से लेकर जिला अस्पताल तक हाहाकार मचा रहा. कमिश्नर, डीआईजी, डीएम, एसपी ने मौके पर पहुंचकर राहत-बचाव कार्य की जानकारी ली. साथ ही पीड़ित परिवार को हर संभव मदद दिलाने का भरोसा दिलाया है. हादसे के बाद परिवार के पुरुष सदस्य डर के मारे गांव छोड़कर फरार हो गए. रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस जब गांव पहुंची तो गांव के पुरुष फरार थे. उन्हें डर था कि कहीं गांव के लोग आक्रोश में आकर उनके साथ मारपीट न कर दें.

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मौत का जो मंजर सामने आया था वो  धड़कनें रोक देने वाला था.  जिला अस्पताल में 13 लोगों को लेकर एंबुलेंस पहुंची, तो पूरा गांव वहां जमा था. डॉक्टर भी ये सब देखकर बदहवास से थे. हर कोई मन ही मन प्रार्थना कर रहा था कि लोगों की जान बच जाए लेकिन जब 13 लोगों के शव बाहर निकले तो हाहाकार मच गया.

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