
शासकीय विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने वाले दो आरोपियों को लवन पुलिस ने किया गया गिरफ्तार
आरोपियों द्वारा चिकित्सा विभाग, पुलिस विभाग एवं अन्य शासकीय विभागों में नौकरी लगाने के नाम पर बेरोजगारों को लिया जाता था झांसे में
आरोपियों को रायपुर एवं कोरबा से किया गया गिरफ्तार
एक आरोपी छत्तीसगढ़ सशस्त्र पुलिस बल का है जवान
बलौदाबाजार,
फागुलाल रात्रे, लवन।
फागुलाल रात्रे, लवन।
नौकरी लगाने के नाम पर 6 लोगों से एक लाख रुपिये से अधिक की ठगी करने वाले छ.ग.सशस्त्र बल का जवान सहित उसके सगे रिश्तेदार को लवन पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर गिरफ्तार करके जेल दाखिल कर दिया गया है।
चौकी से प्रदत्त जानकारी के अनुसार प्रार्थी नारायण रात्रे पिता दयाराम रात्रे निवासी करदा ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि आरोपी दुर्गेश टंडन एवं हीरालाल रात्रे ने वर्ष 2014 में चिकित्सा विभाग में भर्ती के लिए विज्ञापन निकला था। जिसमें उसके पुत्र की नौकरी लगाने के नाम 2 लाख रुपये लगना बताया तथा 9 मार्च 2014 को दोनों द्वारा एडवांस के 15,000-15000 ले लिया। पैसा लेने के बाद भी नौकरी नहीं लगाया और ना ही पैसा वापस किया। इसके अतिरिक्त अन्य 6 लोगों से भी 10 से 15,000 दोनों आरोपी ने लिए हैं। की रिपोर्ट पर धारा 420, 34 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। विवेचना दौरान आरोपी दुर्गेश टंडन पिता का तेल टंडन उम्र 42 साल निवासी बन भिनौरी थाना नेवरा, वर्तमान पता- संतोषी नगर रायपुर छ.ग.सशस्त्र बल का जवान,
हीरालाल नवरंगे पिता स्व. चमरू उम्र 48 साल निवासी खैरा चौकी लावन थाना कसडोल, वर्तमान पता बालको कोरबा की लगातार पता तलाश की जा रही थी जो पुलिस से लुक छिप रहे थे। पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार झा के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पीताम्बर पटेल तथा अनुविभागीय अधिकारी पुलिस बलौदाबाजार सुभाष दास के मार्गदर्शन में लवन चौकी प्रभारी उप निरीक्षक हितेश जंघेल के नेतृत्व में विशेष अभियान चलाकर दोनों आरोपी का पता तलास किया गया। इस दौरान पुलिस की अलग-अलग टीमों का गठन कर आरोपी दुर्गेश टंडन को संतोषी नगर रायपुर से तथा हीरालाल नवरंगे को कोरबा जिला से पकड़ा गया। दोनों आरोपीयो को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय पेश कर जेल दाखिल किया गया। आरोपी दुर्गेश टंडन छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल का जवान है, जो कि अभी कई वर्षों से कर्तव्य से अनुपस्थित चल रहा है।
उक्त कार्यवाही में सउनि नरेंद्र मारकंडे, प्रधान आरक्षक यशवंत ठाकुर, विनोद बांधे, आरक्षक केशव भट्ट, कमलेश बर्मन, सायबर सेल से कुमार जयसवाल, अजय यादव, हेमंत नायक का विशेष योगदान रहा।