ग्लोबल पीस एवं लीडरशिप वर्तमान समय की आवश्यकता – श्री रामकृष्ण साहू ,पुलिस अधीक्षक
युवाओं की मानसिकता में वसुधैव कुटुंबकम् प्रतिष्ठा की आवश्यकता-डॉ. सुरेंद्र पाठक
बेमेतरा=सर्वतोमुखी समाधान शिक्षा संस्कार समिति द्वारा संचालित समाधान महाविद्यालय में ’’एंपावरिंग यूथ एस पीसबिल्डर्स ’’ विषय पर पीस एण्ड लीडरशिप ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित कराया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र में माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन से किया गया। तत्पश्चात राजकीय गीत का गायन किया गया। बेमेतरा जिले के पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने बधाई देते हुए कहा कि युवाओं के लिए इस प्रकार का प्रोग्राम काफी उल्लेखनीय एवं वर्तमान परिप्रेक्ष्य के अनुरूप है। शांति की शुरुआत छोटे रूप से होती है, जिसे धीरे-धीरे गति प्रदान कर बड़े स्तर पर लाया जा सकता हैं। शांति आंतरिक व बाहरी दोनों रूप में जरूरी होती है लेकिन आंतरिक शांति के लिए बाहरी वातावरण का शांत होना अनिवार्य हैं। प्रत्येक नागरिक जीवन में स्वतंत्रता चाहता है जो नियम, अनुशासन व अनुभव से आती हैं। शांति में विश्वास का भाव निहित होता हैं। शांति के महत्व को समझना स्वयं, परिवार, समाज, राष्ट्र व विश्व सभी के लिए अनिवार्य हैं। शांतिदूत बनकर शांति का प्रवाह निरंतर करें। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता गुजरात (अहमदाबाद) के एल.जे. यूनिवर्सिटी में स्कूल ऑफ फिलासफी और थियोलॉजिकल स्टडीज के प्रोफेसर डॉ .सुरेंद्र पाठक ने ’’वसुधैव कुटुंबकम् -द वे फॉरवार्ड फॉर ग्लोबल पीस’’ प्रस्तावना के रूप में पृष्ठभूमि रखी। इसी क्रम में उन्होंने बताया कि आज के युवा विश्व स्तर पर अपनी सोच रख रहे हैं, जिसका कारण तकनीकी विकास हैं। मानव जाति सही जीवन शैली को न पहचान कर पर्यावरण प्रदूषण से लेकर ग्लोबल वार्मिंग तक पहुंच चुका है। वर्तमान में पूरे विश्व को एक कुटुंब की तरह देखने की आवश्यकता है अर्थात् समुदाय चेतना को विश्व चेतना की ओर रूपांतरण करने की आवश्यकता है। जीवन पद्धति में संपूर्ण मानव जाति अखंड समाज है। सह- अस्तित्व के सिद्धांत को समझ कर ही सर्वसुख की कामना पूरी होगी। समिति की अध्यक्ष डॉ अलका तिवारी ने महाविद्यालय की स्थापना दिवस व प्रोग्राम पर शुभकामनाएं दी। महाविद्यालय के डायरेक्टर श्री अविनाश तिवारी ने महाविद्यालय की स्थापना के 12 वर्ष पूर्ण होने पर बधाई दी। महाविद्यालय प्रतिभावान युवा को आगे बढ़ने का मौका देते हैं जो अपने समर्पण व लगन से कार्य करते हैं। अपने जीवन में वसुधैव कुटुंबकम् लाने का प्रयास करें, तभी विश्व में परम शांति की स्थापना हो संभव हो पाएगी। महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ. अवधेश पटेल ने महाविद्यालय ने अपनी शैक्षणिक यात्रा में कई उपलब्धियां हासिल की हैं, जिसमें सबसे बड़ी उपलब्धि अथक प्रयासों से नैक की टीम से ’’ ए ग्रेड’’ की प्राप्ति हैं। जीवन में स्थायी विकास शिक्षा के माध्यम से ही लाया जा सकता हैं , जिसके लिए हम सभी प्रयासरत हैं। जीपीएफ प्रोग्राम की को-ऑर्डिनेटर शैव्या पाठक ने ग्लोबल पीस फाऊंडेशन एण्ड जीपीएफ इंडिया की प्रस्तावना तथा पीस एण्ड पीसबिल्डिंग की अवधारणा एवं पीसमेकिंग एण्ड पीसकीपिंग फॉर कैरक्टर एंड लीडरशिप डेवलपमेंट के बारे में विस्तार से बताया। इसके पश्चात ’’कॉन्फ्लिक्ट एंड कॉन्फ्लिक्ट रिजॉल्यूशन एंड इंटरफेथ डायलॉग फॉर सोशल कोहेसन एंड पीसफुल बिल्डिंग’’ के विषय पर विचार प्रस्तुत दी। जीपीएफ की प्रोग्राम ऑफिसर प्रिया राघव ने ग्लोबल पीस लीडरशिप-जीएफ इंडिया का मूल्य आधारित शांति निर्माण दृष्टिकोण तथा विश्व शांति नेतृत्व संगठन व डिप्लोमेसी एवं डायलॉग से अवगत कराया। जीपीएफ इंडिया की एनवायरमेंट कंसलटेंट रतना सिंह ने नागरिक गुणों को पर्यावरण संरक्षण से जोड़ने के समर्थन , राष्ट्रीय परिवर्तन के मार्ग एवं इको-मेडिटेशन से संबंधित जानकारी प्रस्तुत की। जीपीएफ के को-ऑर्डिनेटर एवं ऑफिसर ने विद्यार्थियों को लेट्स गेट टू नो ईच अदर बेटर पर एक्टिविटी करवाई व गूगल फॉर्म भी भरवारा गया। अतिथियों को महाविद्यालय के प्रतीक चिन्ह, शॉल, श्रीफल व डायरी से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी विद्यार्थियों व प्राध्यापकों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। कार्यक्रम का मंच संचालन सहायक प्राध्यापिका स्वीटी मालिक द्वारा किया गया। विद्यार्थियों का रजिस्ट्रेशन विनीता अग्रवाल व पूर्ति अग्रवाल ने किया। कार्यक्रम में सरस्वती शिशु मंदिर व स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय के विद्यार्थी, व शिक्षक, मानव तीर्थ से अंकित पोगुला व राममिलन यादव, मध्यस्थ दर्शन के अध्येता अजय कुमार, समाज सेवक दिनेश पटेल, महाविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी उमेश सिंह राजपूत, उपप्राचार्य लक्ष्मी नारायण साहू, आईटीआई की प्राचार्या आशा झा, आईटीआई के अधीक्षक आकाश हिरवानी एवं सहायक प्राध्यापक डॉ.जी.डी. मानिकपुरी, निधि तिवारी, संगीता अग्रवाल, राजेंद्र वर्मा, स्वाति पटेल, नंदनी वर्मा, प्रीति वर्मा, पूजा वर्मा, रानी साहू, रूपेंद्र डहरिया, योगेश्वर सिन्हा, गायत्री राजपूत, योगिता सोनी, राजेश यादव, अंशु दत्ता, शुभम गजभिये, पीतांबर झा, होरीलाल देवांगन, तुकाराम जोशी, हुतेन्द्र कुमार सिन्हा, जोगेंद्र साहू ,धर्मपाल नोन्हारे व कमलेश साहू सहित समस्त छात्र-छात्राएं उपस्थित थें।