
उत्तर प्रदेश के ललितपुर में नाबालिग से दुष्कर्म मामले में पाली थाना प्रभारी पर मामला दर्ज होने और पूरा थाना लाइन हाजिर हो जाने के बाद खाकी को फिर से शर्मसार होना पड़ा है। यहां पुलिसकर्मियों ने एक महिला को निर्वस्त्र करके न केवल उसे पीटा, बल्कि मामला दबाने के लिए महिला के साथ ही उसके पति के खिलाफ भी शांतिभंग का केस दर्ज कर लिया। आला अधिकारियों के पास शिकायत पहुंची तो दो आरोपी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर केस दर्ज कराने के आदेश दिए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक थाना ललितपुर के महरौनी अंतर्गत एक मोहल्ले में रहने वाली महिला ने पुलिस अधीक्षक को दी शिकायत में बताया कि वह महरौनी थाने में मुंशी के पद पर तैनात पुलिसकर्मी अंशु पटेल के घर पर सफाई करने और खाना बनाने का काम करती है। दो मई को खाना बनाने के बाद घर लौट गई। शाम को दोबारा खाना बनाने के लिए अंशु पटेल के घर गई तो उसकी पत्नी ने उसे कमरे में बंद कर दिया।
शिकायत में उसने कहा कि कुछ देर बाद मुंशी अंशु पटेल महिला दरोगा पारुल चंदेल को लेकर आया और आरोप लगाया कि चोरी क्यों नहीं की? जब उसने चोरी करने की बात से इनकार किया तो अंशु और पारुल चंदेल ने उसे निर्वस्त्र करके पानी की बौछार करके बेल्टों से उसकी पिटाई शुरू कर दी। उसने पुलिसकर्मियों से गुहार लगाई कि मैंने चोरी नहीं की, लेकिन उनका दिल नहीं पसीजा। दोनों ने बेल्ट से उसे बुरी तरह पीटा। इसके बाद मामले को दबाने के लिए पीड़िता और उसके पति पर शांतिभंग का केस दर्ज कर दिया। उसने पुलिस को शिकायत पत्र देकर न्याय की मांग की। यह मामला सामने आने के बाद एसपी के निर्देश पर आरोपी पुलिस कर्मी अंशु पटेल, उसकी पत्नी और महिला दारोगा पारुल चंदेल के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। दोनों पुलिसकर्मियों को भी निलंबित किया गया है।