
बलौदाबाजार,
फागुलाल रात्रे, लवन।
फागुलाल रात्रे, लवन।
स्वच्छ भारत मिशन को लेकर नगर पंचायत में कोई संजीदगी नहीं दिखायी दे रही है। बाजार चौक में स्थित सार्वजनिक शुलभ शौचालय का इतना बुरा हाल है कि लोग मजबूरी में इसका इस्तेमाल करते आ रहे है। आबादी के हिसाब से सुलभ शौचालय नहीं बने है। लवन में कुल 15 वार्ड है, जिनकी आबादी करीबन 10 हजार की होगी। जिसके लिए महज दो सार्वजनिक शौचालय ही बनाए गए है। इस कारण स्वच्छता की बात बेमानी है। नगर की इतनी बड़ी आबादी में दो सार्वजनिक शौचालय बनाए गए है, जिनमें से एक वार्ड क्र. 04 स्थित बाजार चैक में लोगों की सुविधा को ध्यान में रखकर सार्वजनिक शुलभ शौचालय बनाए है। जिसमें नगर के आधी आबदी इसी सार्वजनिक शौचालय का उपयोग करते है। वही दूसरा सार्वजनिक शौचालय वार्ड नं. 14 में बनाए है जंहा महिनों से ताला लटका हुआ है।
सुलभ शौचालय में गंदगी का अंबार, नाक-मुंह दबाकर शौच करने की बनी मजबुरी
बाजार चैक पर स्थित सार्वजनिक सुलभ शौचालय में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। इस शौचालय में पुरूर्षो व महिलाओं के लिए 4-4 शौच रूम बनाए गए है, जिनमें से पुरूष शौचालय के 3 सेप्टिक टैंक जाम होने की वजह से शौचालय में गंदगी भरा है, वही दो सैप्टिक टैक टुट गया है, जो उपयोग विहीन है,फिर भी आसपास के रहवासी मजबूरी में इसका उपयोग करते है। नियमित सफाई नहीं होने के चलते सुलभ शौचालय का हाल बेहाल है, यह शौचालय केवल नाम का ही शौचालय बनकर रह गया है। शौचालय की बेहतर रख रखाव के लिए ठेका दे दिया गया है।
स्वच्छता अभियान का पाठ पढ़ाने वाला प्रशासन स्वयं साफ सफाई के प्रति गंभीर नहीं
एक तरफ नगर पंचायत प्रशासन द्वारा कचरा वाहन लेकर गली मोहल्लों में जाकर लोगों को स्वच्छता का पाठ पढ़ा रहे है, लेकिन स्वयं साफ-सफाई पर ध्यान नहीं दे रहे है, साफ-सफाई के अभाव में बाजार वार्ड में स्थित सार्वजनिक सुभल शौचालय में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। पेशाब घर में पेशाब करना तो दूर वहां खड़ा होना भी मुश्किल है, सफाई के अभाव में गंदगी इतनी की लोग नाक दबाकर पेशाब करने मजबुर है। वही नाली की बदबू इतनी की लोगों का वहां से गुजरना मुश्किल हो गया है। गुजरने वाले लोग शौचालय की गंदगी को देखते हुए नाॅक व मुंह दबाकर चलते है, तो वही शौचालय के आसपास रहने वाले लोगों का काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
महिला- पुरूष मिलाकर 8 सेप्टिक टैंक में से 5 टैंक उपयोग विहीन
शुलभ शौचालय के दीवाल पीकदान बनी हुई है, लोग शौच के दौरान दीवालों पर गुटखा खाकर थूक देते है, जिससे शौचालय की दीवाल पर गंदगी हो जाती है और बाद में बदबू देती है। जो लोग गुटखा, तम्बाखू, सिगरेट नहीं पीते है उन लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। रोजाना सुबह लोगों को लाइन लगाकर शौच करने जाना पड़ता है, क्योंकि 3 पुरूष शौचालय जाम होने की वजह से उसमें जाना पसंद नहीं करते है। शौचालय में गंदगी होने के चलते लोग इधर-उधर खुले में शौच करने को मजबूर हो रहे है। वही शौचालय में गंदगी होने से महिलाओं को सबसे अधिक परेशानी उठानी पड़ रही है। गंदगी देखकर महिलाएं गेट से ही लौट जाती है। बदबू के कारण लोग अंदर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाते। वही, शौचालय सीट टुटने से लोगों को और भी अधिक परेशानी होती है।
गंदगी और बदबू से लोग परेशान
महिला तथा पुरूष प्रसाधन में काफी अधिक गंदगी पसरी हुई है, नगर पंचायत द्वारा ध्यान नहीं देने की वजह से सार्वजनिक शौचालय का हाल-बेहाल है, गंदगी की वजह से लोग शौचालय जाना पसंद नहीं करते है। वही विकलांग लोगों की सुविधा के लिए बनाए गए सीट व दरवाजे टुट चुके है। इसके बावजूद भी नगर पंचायत के जिम्मेदार अधिकारी व जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है। जिसका खामियाजा नगर के रहवासियों को भुगतना पड़ रहा है। जानकारी के मुताबिक शौचालय को मेन्टेन रखने के लिए नगर पंचायत द्वारा ठेका दिया गया है, ठेका होने के बावजूद शौचालय का साफ-सफाई समय पर नहीं हो रहा है, शौचालय जाम पड़े है और सीट भी टुट चूके है। ठेकेदार की लापरवाही का खामियाजा आम रहवासियों को भुगतना पड़ रहा है। शौचालय की गंदगी को देखकर लोग उसमें जाना पसंद नहीं करते हैं। वही, नगर पंचायत द्वारा लोगो की सुविधा को ध्यान में रखकर भाटापारा के स्वच्छता सिंगार को ठेके पर दिया गया है, लेकिन उनके द्वारा साफ-सफाई पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ठेकेदार द्वारा प्रति माह नगर पंचायत लवन से मोटी रकम लेने के बावजूद सार्वजनिक सुलभ शौचालय की साफ-सफाई पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
इनका कहना है।
सार्वजनिक सुलभ शौचालय का ठेका हुआ है, स्वच्छता सिंगार भाटापारा वाले को नगर पंचायत द्वारा ठेका मिला है। साफ-सफाई, शौचालय का मेन्टेन उनके द्वारा किया जाना है। साफ-सफाई नहीं किया जा रहा है तो ठेकेदार को सफाई के लिए बोला जायेगा।
हृदय जायसवाल, सफाई दरोगा
नगर पंचायत लवन