
सीएसपीडीसीएल कि सकरी डिवीजन चल रहा भगवान भरोसे सहायक औऱ कनिष्ट अभियंता है पूरी तरह निष्क्रिय
बिलासपुर ///सकरी –::बिलासपुर शहर का तापमान 40 डिग्री पार हो चुका है और बिजली आपूर्ति की समस्या लगातार बनी हुई है हर क्षेत्र में बिजली सप्लाई की अफरा तफरी मची हुई है ऐसी स्थिति में बिजली विभाग के कोई भी अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से उपभोगताओं कोई काम नहीं कर रहा है सकरी डिविजन में बिजली आपूर्ति समस्या को लेकर वहां स्टाफ की घोर कमी बनी हुई है जिसको लेकर कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रही है इस डिवीज़न में निगम के 4बड़े वार्ड भी शामिल है जिसमे गोकुल नगर वार्ड अपने आप में बड़ा महत्त्व रखता क्योंकि इस वार्ड में निगम का बड़ा प्रोजेक्ट गोकुल धाम संचालित है. इस वार्ड में पंचायत के समय से सब स्टेशन की स्थापना हुई है जिससे घुरू गोकुल नगर वार्ड के साथ आसपास के अमेरी उसलापुर कि बड़ी आबादी को बिजली निरंतर सप्लाई
करने का उद्देश्य से पंचायत से जमीन आवंटित हुई थी लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है क्षेत्रवासियो को अंधेरे में तपती गर्मी हाथ पंखा के सहारे रात गुजारनी पडती है फ्यूज कॉल नंबर पर शिकायत तो दर्ज होती पर कार्यवाही नहीं होती क्योंकि डिवीज़न के पास स्टाफ नहीं है एक भी लाइन मेन नहीं जो है वो भी नौसिखिया किस्म के स्टॉफ में जिसके सहारे डिवीज़न चल रहा है. अधिकारी क्षेत्र के उपभोगताओं से सीधे मुंह बात तक नहीं करते है. जो पैसे का मामला है उन्ही में दिलचस्पी दिखाते है
आए दिन शाम होते ही सैदा मोड़ का ट्रांसफार्मर में लगातार गड़बड़ी बनी रहती है जिसको सुधारने के लिए कोई भी लाइन मेन नहीं पहुंचता है आधे क्षेत्र में लाइट रहती है और आधे क्षेत्र में पूरी तरह से अंधेरा छाया रहता है अधिकारियों को कॉल करने पर वे फोन नहीं उठाते और ना ही कोई जवाबदारी पूर्वक काम करते हैं अभी-अभी नव पदस्त सहायक अभियंता योगेश साहू ने जॉइनिंग दी है और क्षेत्र का उसको कोई जानकारी नहीं है उनको फोन करने पर फोन नहीं उठाते हैं और कोई समस्या का यथा उचित निदान नहीं करते हैं अपनी मनमर्जी माफीक काम करते हैं इस विषय में कोई उच्च अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहा है. कनिष्ट अभियंता का कुछ पता नहीं है. गनियारी डिवीज़न कि कनिष्ट अभियंता को प्रभार दिया गया जो कि क्या जिम्मेदारी निभा रही है मैडम का कुछ आता पता नहीं. ऐसा जान पड़ रहा है मानो पूरा डिवीज़न ठेका कर्मियों के बदौलत चल रहा है. न कोई अधिकारी है न कोई माई बाप. ये हाल तो शहरी क्षेत्र का है पता नहीं ग्रामीण क्षेत्र में क्या बुरा हाल कर के रखे है सकरी डिवीज़न वाले. इस पुरे डिवीज़न कि कार्य प्रणाली कई संदेह पैदा कर रहे है किसी भी दिन बड़ी चूक होंगी तो इसका जिम्मेदारी से अधिकारी अपना हाथ खिंच लेंगे