*एनएचएम महिला संविदा स्वास्थ्य कर्मचारीयों ने लैलूंगा एवं रायगढ़ में की ओ.पी से मुलाकात, सौंपा 27% संविदा वेतन-वृद्धि ज्ञापन*
*–सुनो सरकार, हमारी पुकार, दीजिए हमें संविदा वेतन-वृद्धि उपहार, दिवाली पूर्व मांग पूरी करने का किया निवेदन–*
*हमें नहीं मिलता पर्याप्त वेतन, गुजारा करना होता है मुश्किल, समस्त गांव/विकासखंड/जिले में पदस्थ कर्मचारी*
*वेतन विसंगति दूर कर दिलाए, सम्मानजनक वेतन*
रायगढ़:-
प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर अमित कुमार मिरी के निर्देशन में, जिला अध्यक्ष शकुंतला एक्का के नेतृत्व में, छत्तीसगढ़ प्रदेश एनएचएम कर्मचारी संघ-जिला रायगढ़ के महिला नेतृत्व ने, लमडांड लैलूंगा एवं रायगढ़ में वित्त-मंत्री से भेंट कर ज्ञापन सौपा, एवं मांगा कि 27% संविदा वेतन वृद्धि को दिवाली से पूर्व प्रदान किया जाए। गांव/विकासखंड/जिले में कार्यरत एनएचएम कर्मचारी, अपने परिवार सहित निरंतर 24 घंटा सेवा प्रदान करते आ रहे हैं पर इनकी व्यथा सुनने वाला कोई नहीं है, इसलिए इन्होंने अपने विधायक/मंत्री को जिले में ही तीन-03 बार मुलाकात कर अपनी समस्या से अवगत कराया।
एनएचएम में प्रत्येक वर्ष 5% वेतन-वृद्धि परफॉर्मेंस बेस्ड किया जाता रहा है, परंतु यह उन कर्मचारियों को प्राप्त नहीं होता है, जिन्हें वार्षिक कार्य मूल्यांकन में 55% से कम अंक मिलते हैं, हर वर्ष ऐसे कर्मचारियों की संख्या बदलती रहती है। इसके अतिरिक्त एनएचएम मानव संसाधन नीति 2018 की कंडिका 31.4 के अनुसार, मूल मासिक वेतन प्रति 03 वर्ष की अधिकतम समय-सीमा में संशोधित किया जाएगा, जो आज 05 वर्ष बीत जाने के पश्चात, आज दिनांक तक संशोधित नहीं किया गया है। 19 जुलाई 2023 को विधानसभा में घोषित 27 प्रतिशत संविदा वेतन-वृद्धि में किसी कार्य आधारित मूल्यांकन का उल्लेख नहीं था। वह प्रदेश के समस्त 37000 संविदा कर्मचारियों को एकमुश्त वृद्धि की घोषणा थी। विभिन्न कैडर में वेतन-विसंगति भी न्यूनतम वेतन का कारण है-एनएचएम में।
इन कर्मचारियों द्वारा समय-समय पर सौंप गए कार्य दायित्वों का बखूबी निर्वहन किया जाता है, वर्तमान में डेंगू, मलेरिया, उल्टी-दस्त, सिकल-सेल स्क्रीनिंग, आयुष्मान-कार्ड, टीबी खोज अभियान, अन्य मौसमी बीमारियों, हेल्थ मेले का आयोजनों में लगातार कार्य कर रहे हैं, स्वास्थ्य संविदा कर्मचारियों की शोषित/आर्थिक/सामाजिक दयनीय स्थिति तथा वर्तमान की बढ़ती जिम्मेदारियो/तकलीफों को पत्र के माध्यम से बताया गया। रेगुलर कर्मचारी, राज्य के स्वीकृत पद के विरुद्ध कार्य कर रहे संविदा कर्मचारी, तथा एनएचएम कर्मचारियों के वेतन में जमीन आसमान का अंतर है। समान कार्य करने के बावजूद इन कर्मचारियों को समान वेतन प्रदाय करना तो दूर 19 जुलाई 2023 को घोषित 27 प्रतिशत संविदा वेतन-वृद्धि भी आज दिनांक तक अप्राप्त है। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व व वर्तमान मंत्री, विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह, उप-मुख्यमंत्री अरुण साव, विजय शर्मा, मंत्री ओपी चौधरी, केदार कश्यप सहित भाजपा के नेता हड़ताल स्थल में उपस्थित होकर भाजपा सरकार बनने पर 100 दिवस में उक्त संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की समस्याओं को हल करने तथा नियमितीकरण/स्थाईकरण की बात कही गई थी। सरकार बने 10 माह से भी ज्यादा समय हो गया, लेकिन समस्या अभी भी जस की तस बनी हुई है।
ज्ञापन देने में प्रमुख लैलूंगा/रायगढ़ से शकुंतला एक्का,अश्विनी साय, गेमन कुमार जायसवाल, कुंती पैंकरा, रवि लाल चौहान, सुनीता किस्पोट्टा, रेशमा मिंज, अनिता सिदार, स्तुति गार्डिया, सुमित्रा, अरविंद कुर्रे, गणेशी पैंकरा, निशा, प्रज्ञा बेहरा, दीपिका राठिया, रितु सिंह, सबीना कुजूर, निधि कुजूर, योगिता यादव, पूजा सेठ, वैभव डियोडिया, पवन प्रधान, डॉक्टर कृष्ण कमल, योगेश यादव, अजय कुमार महिलांगे, जन्मजय सिदार, उमेश जोल्हे, आशीष सिंह अस्पताल एवं विकासखंड के समस्त अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।