सोशल मीडिया पर प्रचारित कोविड के इलाज संबंधी भ्रामक बातों से रहे दूर

डॉक्टरी सलाह पर लें इलाज, पात्र है तो जरूर लगवायें वैक्सीन

स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवायजरी

रायगढ़, 18 मई2021/ कोरोना वायरस को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की भ्रामक बातें फैलाई जा रही हैं। किसी को लहसुन में वायरस का इलाज दिख रहा है, तो कोई श्वास रोककर फेफड़ों की मजबूती को जांच रहा है। इस तरह की गलत जानकारियां बीमारी के प्रति लोगों के बर्ताव में अनुचित बदलाव लाती हैं और संकट को गहरा कर देती हैं। कोरोना महामारी इलाज के लिये लक्षण दिखते ही टेस्टिंग, डाक्टरी सलाह के अनुरूप ही दवा व इलाज लेना तथा पात्र होने पर वैक्सीन लगाना ही कोविड से बचाव के कारगर उपाय है। स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में एक एडवायजरी जारी करते हुये लोगों से अपील की है कि वायरस से स्वयं को व दूसरों को सुरक्षित रखने के लिये भ्रामक बातों के चक्कर में न पड़े तथा कोविड अनुकूल व्यवहार मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंस बनाये रखना और हाथों को सेनेटाईज करते रहना जरूरी है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एस.एन.केशरी ने जानकारी देते हुये बताया कि लहसुन खाने से कोविड-19 को रोका या ठीक नहीं किया जा सकता। लहसुन एक प्राकृतिक औषधि है व इसमें प्राकृतिक एण्टीबायोटिक वाले गुण भी होते है परंतु इससे आशय नहीं है कि यह हमें कोविड-19 वायरस से पूर्णरूप से बचाव या ठीक करेगा। कोरोना वायरस से स्वयं को बचाने के लिये आप दूसरों से सुरक्षित दूरी बनायें रखें तथा सोशल डिस्टेंस बनायें रखें और हाथों को बार-बार अच्छी तरह से धोते रहें।
अपनी श्वास रोककर रखना कोविड-19 का परीक्षण नहीं है, बिना खांसे या बेचैनी महसूस किए 10 सेकेंड या उससे अधिक समय तक अपनी सांस रोक पाने में सक्षम होने का मतलब यह नहीं कि आप कोविड-19 या फेफड़ो की अन्य बीमारी से मुक्त है।
नियमित सेलाइन से अपनी नाक को धोने से श्वसन संक्रमणों से बचाता है कि वे आपको सामान्य सर्दी से तेजी से ठीक होने में मदद कर सकते है। कोविड-19 वायरस इतना नया और अलग-अलग स्ट्रेन में मौजूद है कि इसके लिये स्वयं को टीका लगाकर सुरक्षित किया जा सकता है।
इसलिये अफवाहों को ध्यान न दें, पेनिक होने से बचें, भीड़ का हिस्सा न बनें। कोरोना के बारें में ऑनलाइन भ्रामक जानकारी से लोगों में दहशत न फैलायें। सोशल मीडिया में कोरोना महामारी को लेकर स्वयं में नाकरात्मक सोंच से बचें और सकारात्मक सोंच रखें। स्वस्थ रहें और सुरक्षित रहें।

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