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हत्या- 27 दिनों तक लड़ता रहा जिंदगी और मौत के बीच…. अंत में जिंदगी का जंग हार गया नीरज जयसवाल…… आरोपियों को फांसी की सजा का मांग

मामला छत्तीसगढ़ के जशपुर जिला अंतर्गत थाना बगीचा का है, बगीचा नगर पंचायत वार्ड क्रमांक 1 के निवासी नीरज जयसवाल जो कि अपने परिवार के एकलौता चिराग था उसकी 30 मई 2023 को शाम के समय मौत हो गई। आपको बता दें कि इस लड़के को दिनांक 03 मई 2023 को कुछ लोगों ने बेवजह लाठी डंडे से मारपीट कर जानलेवा हमला किया था। गंभीर चोट आने की वजह से युवक को रांची के एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। युवक की हालत शुरू से ही नाजुक थी जिसका इलाज के दौरान बीती रात मौत हो गई। बगीचा थाना प्रभारी ने बताया कि मारपीट करने वाले 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
आपको बता दें कि बगीचा जिला जशपुर छत्तीसगढ़ के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के कियोस्क शाखा के एक कर्मचारी नीरज जायसवाल / स्वर्गीय राजकुमार जायसवाल कार्यरत थे जिनसे जाने अंजाने में 03/05/2023 को पांच हजार रुपए की राशि रजीना कुजूर के खाते में कियोस्क कर्मचारी नीरज जायसवाल के द्वारा जमा किया गया व गलती से पांच हजार की राशि पुनः कियोस्क कर्मचारी नीरज जायसवाल के द्वारा रजीना कुजूर को दिया गया जिसे कियोस्क कर्मचारी गलती से दिए हुए राशि को मांगने रजीना कुजूर के घर अपने मित्र सूरज के साथ पहुंचे और रजीना कुजूर घर पर नहीं मिली तो उनके परिजनों से पूछा तो उनके परिजन एवं वहां मौजूद लोगो ने उसे बंदी बना कर लात घुशो व डंडो से पिटाई करने लगे उसी बीच उसका मित्र सूरज किसी तरह से जान बचा कर वहां से भाग कर नीरज जायसवाल के परिजनों को सूचित किया। जब तक परिजन पहुंचे तब तक नीरज जायसवाल बेहोशी के हालत में मिला । जिसे तुरंत उसके उपचार के लिए नजदीकी सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया पर वहा से उसे रेफर किया गया अंबिकापुर के मिशन अस्पताल में आईसीयू में भर्ती कराया गया पर अगले दिन पुनः वहां से भी रांची के राज अस्पताल में रेफर कर दिया गया, कुछ दिनों के इलाज के बाद उसे रायपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया, रायपुर के अस्पताल के इलाज के बाद डॉक्टरों के द्वारा उसे बेहोशी की हालत में ही घर भेज दिया गया और अंत में उसकी बीती रात को मौत हो गई। इस घटना से क्षुब्ध नगर वासियों ने शोक का माहौल है। मृतक के परिवार वालों का कहना है कि ऐसे हत्यारों को फांसी की सजा होनी चाहिए ताकि आगे से ऐसा जुर्म करने से पहले कोई भी सोचे।

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