छत्तीसगढ को सुनाएंगे छत्तीस पुराण शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानन्दः महाराज

दिनेश दुबे 9425523689
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*श्रीमद्भागवत महापुराण ज्ञान-यज्ञ सप्ताह *: छत्तीसगढ़वासियों को शंकराचार्य का उपहार, सुनाएंगे 36 पुराण, प्रथम दिवस श्रोताओं का लगा मेला
बेमेतरा= ‘परमाराध्य’ परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु श्रीश्री शंकराचार्य जी स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती ‘1008’ का भव्य स्वागत और अभिनंदन बेमेतरावासियों ने किया। वही, शंकराचार्य जी के मुखारबिंद से श्रीमद्भागवत महापुराण ज्ञान-यज्ञ सप्ताह का आज से प्रारंभ हुआ हैं।
*शंकराचार्य के आगमन पर भव्य स्वागत और अभिनंदन *
ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य जी के  नगर आगमन पर आयोजक आशीष छाबड़ा के नेतृत्व में भव्य स्वागत अभिनंदन किया गया, जहां सैकड़ों की संख्या में बाइक रैली निकाल युवाओ ने जय जय श्री राम का नारा लगाया व नगर के भारत माता चौक पहुँचे।
*रथ पर सवार शंकराचार्य महाराज *
वही जगद्गुरु शंकराचार्य को रथ पर सवार कराया गया रथ के आगे-आगे 11 लाइनो की कतार में 11 हज़ार माताओ द्वारा पारंपरिक भेष धारण कर कलश लिए हुए आगे-आगे ढोल ताशा की धुन पर राम संकीर्तन करते हुए युवाओ द्वारा धर्मध्वज लहराया गया। आकाशीय आतिशबाजी के साथ ही छाबड़ा परिवार व बेमेतरा वासी जगद्गुरु की अगुवाई करते हुए विधायक निवास पहुँचे, जहां विधिवत परिवार द्वारा पदुकापुजन सम्पन्न किया गया।
*श्रीमद्भागवत कथा से अन्तःकरण होता है पवित्र* 
छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा महापुराण ज्ञान यज्ञ के प्रथम दिवस पर शंकराचार्य महराज ने बताया कि श्रीमद्भागवत की कथा से अंतःकरण की शुद्धि हो जाती हैं। भगवान की कथा के सम्बंध में प्रश्न पूछने वाले का, कथा कहने वाले का और तीसरा श्रोता का अंतःकरण पवित्र होता हैं। वही, उन्होंने कहा कि अच्छे और बुरे करने की पहचान वही है कि अच्छा कर्म वही जिसकी मन, वाणी और व्यवहार स्वक्ष हो व बुरा व्यक्ति वह जिसकी मन, वाणी और व्यवहार अलग-अलग होता है।
*छत्तीसगढ को सुनाएंगे छत्तीस पुराण शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानन्दः महाराज –
शंकराचार्य  महाराज ने आज भागवत कथा के अन्त में कहा कि छत्तीसगढ क्षेत्र को वे उपहार स्वरूप में छत्तीस पुराण की कथा सुनाएंगे। उन्होंने कहा कि भगवान श्री वेदव्यास जी ने 18 पुराण और 18 उपपुराण रचे हैं। इन दोनों को मिला दें तो 36 की संख्या हो जाती है, जिस प्रकार अनुष्ठानात्मक पाठ सम्पुट लगाकर किया जाता है। उसी प्रकार आज गुरुवार को हो रही श्रीमद्भागवत पहला सम्पुट और दूसरा 18 पुराणों के मध्य में और तीसरा 36 पुराण के अन्त में, इस प्रकार कुल 3 भागवत कथा सप्ताह हो जाएगा।
*मुख्य यजमान सहित हजारों की मौजूदगी *-
आज के आयोजन में मुख्यरूप से मुख्य यजमान सुरेंद्र किरण छाबडा, आशीष छाबड़ा विधायक बेमेंतरा, विनु छाबड़ा चंद्रप्रकाश उपाध्याय विशेष कार्याधिकारी ज्योतिर्मठ कमलेशदत्त दुबे, मनोज शर्मा, प्रवीण तिवारी, डीपी तिवारी, योगेन्द्रशंकर तिवारी, एमएल पांडे, अविनाश तिवारी, अशोक साहू मीडिया प्रभारी शंकराचार्य व हजारो के संख्या में श्रोतागण उपस्थित रहे।

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