
नई दिल्ली/रायपुर। भारत ने पोषण के क्षेत्र में अपनी वैश्विक भूमिका को और मजबूत करते हुए छत्तीसगढ़ से पापुआ न्यू गिनी को 20 मीट्रिक टन फोर्टिफाइड (पोषक तत्वों से समृद्ध) चावल का निर्यात किया है। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अनुसार इस निर्यात को कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के सहयोग से सफलतापूर्वक पूरा किया गया।
एपीडा के अध्यक्ष अभिषेक देव ने इस उपलब्धि के लिए किसानों, प्रोसेसिंग यूनिट और निर्यातकों सहित सभी हितधारकों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह निर्यात न सिर्फ भारत की कृषि क्षमताओं को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि देश वैश्विक स्तर पर पोषणयुक्त और गुणवत्तापूर्ण खाद्य समाधान उपलब्ध कराने में सक्षम है।
फोर्टिफाइड चावल सामान्य चावल की तुलना में आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन बी-12 जैसे आवश्यक पोषक तत्वों से युक्त होता है, जो कुपोषण से जूझ रहे क्षेत्रों के लिए बेहद उपयोगी माना जाता है।
छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ वर्षों में फोर्टिफाइड चावल के उत्पादन और प्रसंस्करण को बढ़ावा दिया गया है, जिससे राज्य अब पोषण आधारित खाद्य निर्यात के प्रमुख केंद्रों में शामिल होता जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि आने वाले समय में इस तरह के निर्यात और बढ़ाए जा सकते हैं।













