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2020 कोरोना काल में शराब तस्करो ने तोड दिया 2019 का रिकार्ड

40 प्रतिशत अधिक हुई शराब की तस्करी

रायगढ़. शराब तस्करी को लेकर जहां जिले की पुलिस कोरोना काल में एर्लट नजर आ रही थी और शराब तस्करी को लेकर लगातार कार्रवाही की गाज गिराई जा रही थी तो वही लॉक डॉऊन में शराब तस्करो ने पिछले साल का भी रिकार्ड तो दिया है जिसमें पुलिस ने कोरोना काल में विगत वर्ष की तुलना में 40 प्रतिशत अधिक शराब तस्करी की है. यही नही मामले में पुलिसियां सूत्रों की माने तो जिले कि पुलिस ने कोरोना काल में 19 लाख 46 हजार 609 रूपये की शराब पकडी और शराब तस्करो पर लगातार गाज गिरती रही. जबकि वर्ष 2019 में पुलिस ने 168 प्रकरण अंग्रेजी शराब, 774 प्रकरण देशी शराब तथा 822 प्रकरण महुआ शराब के बनाए गए थे जिसमें विभिन्न प्रकार के शराब के विक्रय/परिवहन पर कुल 1,764 प्रकरणों में 1,769 आरोपियों का चालान किया गया और आरोपियों से 5,999 लीटर शराब जब्त की थी जिसकी कीमती लगभग 10 लाख 43 हजार 967 रुपए आंकी गई और अवैध शराब परिवहन करने वाले आरोपियों की 32 दुपहिया एवं 08 चार पहिया को जब्त किया था.

गौरतलब है कि जिले में शराब के शौकिन तो बहुत है परंतु कोरोना काल ने पियक्कडों की तदात में भारी बढ़ोत्तरी भी हुई है. इसके फलस्वरूप जिले में वर्ष 2020 ने 2019 को भी पिछे छोड दिया और 40 प्रतिशत अधिक शराब की तस्करी के मामले सामने आये जिसमें खास कर महुआ शराब कि क८ाफी डिमांड रही . पुलिसियां आंकडो के हिसाब से नजर डाले तो लगता है कि कोरोना काल में शराब माफियाओं ने सबसे ज्यादा महुआ शराब की तस्करी की और पियक्कडो में शराब खपाने के लिये जंगलो को भी अडडा बनाने से नही चूके.

कोरोना काल के आंकडो पर एक नजर

वर्ष 2020 में 15 दिसम्बर तक की स्थिति में 120 प्रकरण अंग्रेजी शराब, 576 प्रकरण देशी शराब तथा 1668 प्रकरण महुआ शराब के बनाये गये हैं. उल्लेखनीय है कि साल 2020 में अवैध शराब के 240 प्रकरणों में शराब की मात्रा अधिक होने पर आरोपियों को रिमांड पर •ोजा गया तथा शराब के अवैध परिवहन के मामले में 50 दुपहिया एवं 8 चार पहिया वाहन जब्त कि गई. इस प्रकार 15 दिसम्बर तक कुल 2364 प्रकरण में 2393 आरोपियों को चालान किया गया है. जिनसे 12,291 लिटर शराब की जब्त कि गई है. जिसकी कीमत लग•ाग 19,46,609 रुपए हैं .

एसपी रहे गभीर
कोरोना काल में पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह गभीर रहे और शराब की तस्करो पर गाज गिराने के लिये जिले के हर थाना प्रभारियों को एर्लट कर दिया था. इससे एसपी के मार्ग निर्देशन में जिले की पुलिस लगातार कार्रवाही की गाज गिराती रही और शराब तस्करो के हौसले पस्त कर दिये. इसके अलावा पुलिस अधीक्षक ने अन्य अपराधों पर भी अंकुश लगाने और प्रतिबंधात्मक कार्यवाही के निर्देश दिया गया था.

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