पूजा में घंटी और शंख बजाने से पड़ोसियों को हुई दिक्कत, घर में घुसकर दे डाली जान से मारने की धमकी

नई दिल्ली. दिल्ली (Delhi) के कालिंदी कुंज (Kalindi Kunj)  थाना इलाके से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक हिंदू परिवार को अपने घर में पूजा करने की वजह से धमकियां मिल रहीं हैं. परिवार के पड़ोसी घर में घंटी और शंख बजाने पर अंजाम भुगतने की धमकी दे रहे हैं. पीड़ित परिवार पिछले 24 साल से इस इलाके में रह रहा है. परिवार ने इस मामले में कालिंदी कुंज थाने में शिकायत की, लेकिन अब तक पुलिस ने FIR दर्ज नहीं की है.

पिछले 24 साल से रह रहा था परिवार

जानकारी के अनुसार रौशन पाठक पत्नी शांति और दो बच्चों के साथ मदनपुर खादर एक्सटेंशन में पिछले 24 साल से रह रहे हैं.  रौशन परिवार को पालने के लिए रिक्शा चलाते हैं. उनकी बेटी ने बताया कि 19 अक्टूबर को जब वे पूजा कर रहीं थीं, तभी पड़ोस में रहने वाला दानिश नाम का शख्स आया और पूजा का विरोध करने लगा. उसने कहा कि यह शंख और घंटी बजाना बंद कर दो इससे उसे नींद में परेशानी होती है. इतना ही नहीं उसने आसपास से और मुस्लिम परिवारों को बुला लिया. उन लोगों ने रिक्शा चालक के परिवार को शंख और घंटी न बजाने के लिए धमकी दी.

घर में घुसकर दी जान से मारने की धमकी

इस मामले में पीड़ित परिवार का कहना है कि वे पिछले 24 सालों से यहां रह रहे हैं.  पहले उन्हें कोई समस्या नहीं होती थी, लेकिन जैसे-जैसे दूसरे समुदाय के लोगों की तादाद बढ़ती गई उन्हें पूजा के लिए टोका जाने लगा. पिछले तीन साल से परिवार को कई बार पूजा कम करने और शंख-घंटी न बजाने के लिए कहा जाता है. बीते 19 अक्टूबर को घर में घुसकर परिवार को जान से मारने की धमकी भी दी.

पुलिस ने नहीं लिखी FIR

पीड़ित परिवार ने परेशान होकर पुलिस की मदद लेने का फैसला लिया और कालिंदी कुंज थाने में अर्जी दी. लेकिन पुलिस ने अब तक FIR नहीं लिखी है. इस घटना को 5 दिन होने के बाद भी पीड़ित परिवार की कोई सुनवाई नहीं हुई है.

मदद के लिए हिंदू संगठन आए सामने

इस मामले में कई हिंदू संगठन सामने आए हैं और पीड़ित परिवार को मदद का भरोसा दिलाया है. पीड़ित परिवार ने बताया कि जब वह रहने आए थे तब मोहल्ले में सब लोग शान्ति से रहते थे. लेकिन पिछले कुछ साल में समुदाय विशेष की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है, जिसके कारण पिछले पांच साल में गिनती के परिवार रह गए हैं. इसके बाद से पूजा पाठ और अन्य गतिविधियों में अवरोध पैदा किया जाता है.

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