
24 घंटे तक भीषण लू का अलर्ट, रायगढ़-दुर्ग में पारा 44 डिग्री, जानें- रायपुर का हाल
रायपुर. छत्तीसगढ़ में गर्मी का सितम जारी है. पांच में से चार संभागों में लू को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग की चेतावनी के बाद राज्य सरकार भी अलर्ट मोड में आ गई है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ग्रीष्म हवाओं से आम जनता को बचाने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं. रायपुर मौसम विज्ञान केन्द्र के मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि प्रदेश में एक दो पैकेट में गर्म रात्रि की स्थिति दर्ज की गई है. प्रदेश के चार संभाग सरगुजा, बिलासपुर, रायपुर और दुर्ग में आगामी 24 घंटों में भीषण लू चलने की संभावना है. इसको देखते हुए यलो अलर्ट जारी कर दिया गया है.
एसची चन्द्रा ने बताया कि रायपुर, राजनांदगांव समेत प्रदेश के उत्तर में उत्तर-पश्चिमी और दक्षिण छत्तीसगढ़ में दक्षिणी हवा का आगमन बना हुआ है. 21 अप्रैल को छत्तीसगढ़ में एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने के साथ ही गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की भी संभावना है. प्रदेश में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है. रायपुर संभाग में अधिकतम तापमान में थोड़ी गिरावट होने का अनुमान है. वर्षा का क्षेत्र मुख्यतः दक्षिण छत्तीसगढ़ यानी बस्तर संभाग रहने की संभावना है. गरज चमक के साथ अंधड़ चलने और आकाशीय बिजली गिरने का भी अनुमान है.
रायगढ़ रहा सबसे गर्म
छत्तीसगढ़ में 20 अप्रैल को गर्मी ने सबका हाल बेहाल कर दिया. राज्य में सबसे गर्म रायगढ़ जिला रहा. यहां अधिकतम तापमान 44.6 डिग्री दर्ज किया गया. इसके बाद दुर्ग में 44.3 डिग्री, बिलासपुर 43.9, राजनांनादगांव 42.9, कोरबा में 42.5, रायपुर में 42.8, पेड्रा में 42 डिग्री, जगदलपुर में 38.5 डिग्री अधिकतम तापमान दर्ज किया गया. आगामी 24 घंटे में इन्ही शहरों में भीषण लू को लेकर यलो अलर्ट जारी कर दिया गया है.
लू से बचने क्या करें?
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भीषण गर्मी को लेकर निर्देश जारी किए हैं. स्वास्थ्य विभाग और नगरीय निकायों को निर्देश जारी करते हुए ग्रीष्म लहर से नागरिकों को बचाने प्रयास करनें सार्वजनिक स्थानों पर पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिया गया है. जानकारों की मानें तो अति आवश्यक हो सभी घरों से निकलें. लू से बचने के लिए हल्के रंग के कपड़े पहन कर ही निकले. साथ ही साथ मुंह सर को पूरी तरह से ढक कर रखें. तरल पदार्थ जूस, शरबत, गन्ना रस और सुपाच्य भोजन ही करने की सलाह विशेषजों ने दी है. थोड़ी थोड़ी देर में पानी पीते रहने की सलाह भी दी गई है.