कांकेर में 9,161 हेल्थ वर्करों को प्रथम चरण में लगेगा कोरोना का टीका
कांकेर। कोरोना का टीका सबसे पहले कोरोना वॉरियर्स (स्वास्थ्य कर्मचारियों) को लगेगा। जिले में प्राइवेट और सरकारी समेत करीब 9,153 फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर हैं। इसमें जिले के उपस्वास्थ्य केंद्रों से लेकर प्राथमिक, सामुदायिक, जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल, आयुर्वेदिक अस्पतालों के स्वास्थ्य विभाग के अलावा मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ ही निजी क्षेत्र के स्वास्थ्य कर्मचारी भी शामिल हैं। जिले के स्वास्थ्य कर्मचारियों के डेटा फीडिंग का कार्य अंतिम चरण की ओर है। प्रदेश में सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों को ही कोरोना की वैक्सीन लगेगी। कोविड-19 के टीकाकरण के लिए जिले के 45 शासकीय एवमं 8 निजी अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया जायेगा जिसमे शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं के 8,739 स्वास्थ्य कर्मियों तथा निजी अस्पतालों के 422 स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड-19 के टीके से प्रतिरक्षित किया जाएगा
सीएमएचओ डॉ. जेएल उइके ने बताया, “प्रथम चरण के लिए स्वास्थ्य कर्मियों, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, प्राइवेट अस्पतालों के स्टॉफ व चिकित्सकों की सूची तैयार कर ली गई है। इसके लिए जिला स्तर एवम ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षण कार्य पूर्ण हो चुका है। वैक्सीनेशन के लिए जिला स्तर पर स्वास्थ्य कर्मियों को ऑनलाइन ट्रेनिंग भी दी गयी है। वहीं जिले के सभी ब्लॉकों में स्वास्थ्य कर्मियों को ट्रेनिंग प्रदान किया गया है। विकासखंड स्तरीय प्रशिक्षण जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ आई. के.सोम व कु. एकता भारद्वाज द्वारा दिया गया।
टीकाकरण के लिए मोबाइल सत्यापन का कार्य जारी –
जिला टिकाकरण अधिकारी डॉ. आई. के. सोम ने बताया, “निजी और सरकारी अस्पतालों के स्वास्थ्यकर्मियों और अन्य कर्मचारियों की जानकारी एकत्र कर ली गई है। सबसे पहले इन्हीं को टीका लगाया जाएगा। फिलहाल, इनके फोन नंबर सत्यापित करने का काम चल रहा है। इसके लिए जिला स्तर पर इन मोबाइल नंबरों पर बात करके पता किया जा रहा है।
टीकाकरण की निगरानी के लिए जिला स्तर पर कंट्रोल रूम-
कांकेर जिले में डीप फ्रिजर व आईस लाइंड रेफ्रीजरेटर सहित 26 कोल्ड चैन पाइंट बनाए गए हैं। इसके अतिरिक्त 2 नए कोल्ड चैन पॉइंट की स्थापना की जा रही है। वैक्सीन स्टोरेज के लिए कोल्ड चैन में डीप फ्रीजर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों , सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए भी उपलब्ध कराई जाएगी। टीकाकरण पाइंट में डीप फ्रीजर और आईस लाइंड रेफ्रीजरेटर (आईएलआर फ्रीजर) से वैक्सीन का टेम्प्रेचर मेनटेन करने की व्यवस्था का जायजा लिया जा रहा है।“ टीकाकरण कार्य की निगरानी हेतु जिला स्तर पर कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है। स्वास्थ्य केंद्रों में नियमित टीकाकरण के कार्य प्रभावित न हो इसको ध्यान में रखते हुए कोरोना वैक्सीन के लिए अलग से स्टोर की व्यवस्था की जा रही है। आईस लाइंड रेफ्रीजरेटर में वैक्सीन को 2 से 8 डिग्री सेंटी ग्रेट तापमान पर स्टोर किया जा सकता है।“
टीकाकरण स्थल में एक सत्र में 100 लोगों को लगेगा टीका
सीएमएचओ डॉ. उइके ने बताया, “कोरोना के टीके को लेकर केंद्र सरकार की ऑपरेशनल गाइडलाइंस के मुताबिक भारत में कोरोना वैक्सीन आने के बाद एक वैक्सीनेशन साइट पर एक सत्र (यानी एक दिन) में अधिकतम 100 लाभार्थियों को वैक्सीन देने की उम्मीद है। लेकिन अगर किसी वैक्सीनेशन साइट पर पर्याप्त लॉजिस्टिक और वेटिंग रूम, ऑब्जरवेशन रूम के साथ क्राउड मैनेजमेंट की सुविधा भी है, तो एक और वैक्सीनेटर की डयूटी लगाकर एक दिन में 100 से ज्यादा लोगों को कोरोना का टीका दिया जा सकता है।“ प्रत्येक टीकाकरण स्थल में पांच टीकाकरण अधिकारी होंगे, जिनमें एक सुरक्षा गार्ड भी होगा , और तीन कमरे होंगे – एक प्रतीक्षा के लिए, दूसरा टीकाकरण के लिए और तीसरा अवलोकन के लिए – टीकाकरण दौरान 6 फीट की सामाजिक दूरी बनाए रखना आवश्यक होगा। सीएमएचओ डॉ. उइके ने बताया, “टीकाकरण की प्रक्रिया में वेटिंग हॉल में बैठने की सुविधा रहेगी। टीकाकरण हॉल में संबंधित व्यक्ति के आधारकार्ड व पहचान पत्र की ऑनलाइन पोर्टल से मिलान किया जा सकेगा। वैक्सीन लेने से पहले स्वास्थ्य ठीक होना जरुरी होगा। वैक्सीन लगने के बाद अवलोकन कक्ष में 30 मिनट तक निगरानी की जाएगी। किसी तरह के साइड इफेक्ट होने पर एम्बुलेंस से सीधे अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा।“