4 दिन, 5 राज्य और 21 केस, देश में कहां-कहां पहुंच गया है कोरोना का ओमिक्रॉन वेरिएंट

अफ्रीकी देशों से निकला कोरोना का नया omicron वेरिएंट भारत में भी तेजी से फैल रहा है। महज 4 दिनों में इस वेरिएंट ने देश के 5 राज्यों में दस्तक दे दी है और अब तक कुल 21 लोग संक्रमित पाए गए हैं, जबकि बड़ी संख्या में लोगों की जीनोम सिक्वेंसिंग की रिपोर्ट आनी बाकी है। राहत की बात यह है कि इनमें से अधिकतर लोग वे हैं जो विदेशों से संक्रमित होकर आए हैं और यहां जांच में कोरोना पॉजिटिव पाए गए। 50 से अधिक म्यूटेशन वाले वेरिएंट के पहले दो केस कर्नाटक में पाए गए। इसके बाद गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली और राजस्थान में भी इस वेरिएंट से संक्रमित मरीज मिले हैं।

दिल्ली में मिला पहला केस
तंजानिया से दिल्ली आया 37 वर्षीय एक पुरुष ‘ओमीक्रोन’ से संक्रमित पाया गया है और यह राष्ट्रीय राजधानी में corona virus के इस नए स्वरूप से जुड़ा पहला मामला और देश में पांचवां मामला है।  लोक नायक जय प्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि मरीज का इस समय अस्पताल में उपचार किया जा रहा है और उसे बीमारी के मामूली लक्षण हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, ”अभी तक कोविड-19 के 17 मरीजों और उनके संपर्क में आए छह लोगों को लोक नायक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, अभी तक जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजे गए 12 में से एक नमूने में ओमीक्रोन स्वरूप पाया गया है।”

महाराष्ट्र में अब तक 8 संक्रमित
महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन वेरिएंट के अब तक कुल कुल 8 केस सामने आ चुके हैं। शनिवार को मुंबई के पास पहला केस मिला। यहां के कल्याण डोंबिवली में एक शख्स दक्षिण अफ्रीका से दुबई और दिल्ली के रास्ते लौटा था। रविवार को पुणे में विदेश की यात्रा करके लौटे चार लोग और उनके करीबी संपर्क में आए तीन लोगों में ओमिक्रॉन मिला है।

राजस्थान में एक साथ 9 केस
राजस्थान में रविवार को 9 संक्रमितों की जीनोम सीक्वेंसिंग में कोरोना वायरस का ओमीक्रोन स्वरूप मिलने की पुष्टि हुई। राजधानी जयपुर में 9 मरीजों में नया वेरिएंट देखने को मिला है। हाल ही में दक्षिण अफ्रीका से आए चार संदिग्ध मरीजों और उनके संपर्क में आए अन्य पांच मरीजों के सैंपल जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए थे। जयपुर के सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सुधीर भंडारी ने 9 लोगों में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट मिलने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि हाल ही में दक्षिण अफ्रीका से जयपुर पहुंचे 4 मरीजों के सैंपल जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए थे। दरअसल ये चारों मरीज कोरोना संक्रमित थे। ऐसे में जब इन मरीजों कि कांटेक्ट ट्रेसिंग की गई तो अन्य 5 मरीज भी इनके संपर्क में आए, जिनकी जांच के बाद यह 5 मरीज भी संक्रमित भी पाए गए। ऐसे में इन 9 मरीजों के सैंपल जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए। इनकी रिपोर्ट आने के बाद यह कंफर्म हुआ कि यह सभी मरीज कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित हैं।

गुजरात के जामनगर में जिम्बाब्वे से लौटे बुजुर्ग ओमिक्रॉन संक्रमित
कोरोना वायरस के बेहद खतरनाक माने जा रहे वेरिएंट ओमिक्रॉन का देश में तीसरा केस गुजरात में मिला। गुजरात के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि संक्रमित शख्स जिम्बाब्वे से आया है। गुजरात के स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, संक्रमित व्यक्ति की उम्र 72 वर्ष है। गुरुवार को इनकी कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद सैंपल को जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा गया था। गुजरात के हेल्थ कमिश्नर जय प्रकाश शिवहरे ने इस बात की पुष्टि की कि बुजुर्ग व्यक्ति कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित हैं।

कर्नाटक में मिला देश का पहला केस 
देश में कोरोना वायरस के खतरनाक वेरिएंट ओमिक्रॉन ने सबसे पहले कर्नाटक में दस्तक दी। दोनों ही संक्रमित मरीज दक्षिण अफ्रीका से आए थे। केंद्रीय संयुक्त स्वास्थ्य सचिव लव अग्रवाल ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा था कि संक्रमित पाए गए मरीजों में से एक की उम्र 64 साल है, जबकि एक शख्स की उम्र 46 साल है। कहा कि जिन दो लोगों में इस वेरिएंट की पुष्टि हुई उनमें से एक पहले ही दुबई लौट चुका है जबकि दूसरे को क्वारंटाइन रखा गया है।

देश में तीसरी लहर का बनेगा कारण?
विशेषज्ञों का कहना है कि ओमिक्रॉन की वजह से जनवरी-फरवरी तक देश में कोविड-19 की तीसरी लहर आ सकती है। माना जा रहा है कि 50 से अधिक म्यूटेशन और स्पाइक प्रोटीन में भी बड़े पैमाने पर बदवाल की वजह से यह वेरिएंट वैक्सीन को बेअसर कर सकता है। हालांकि, अभी इस पर अधिक डेटा उपलब्ध नहीं है और वैज्ञानिक इसकी जांच में जुटे हैं। शुरुआती आकलन के मुताबिक, इसे डेल्टा से अधिक खतरनाक बताया जा रहा है। यह डेल्टा के मुकाबले कहीं अधिक तेजी से संक्रमित कर सकता है।

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