
घर बेच पलायन को मजबूर हिंदू परिवार, मुस्लिम समुदाय पर लगाया प्रताड़ना का आरोप; गृहमंत्री ने कही यह बात
मध्य प्रदेश एक गांव में रहने वाले कुछ हिंदू परिवार के लोग मजबूरीवश अपना घर बेचना चाहते हैं। गांव में रहने वाले हिंदू परिवार के सदस्यों का आरोप है कि एक समुदाय के लोग उन्हें लगातार धमकी दे रहे हैं और उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं। इनका कहना है कि एक समुदाय के कुछ सदस्य पिछले ढाई साल से उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं। मामला रतलाम जिले का है। यहां के सुराना गांव में रहने वाले 25 परिवारों ने अब गांव छोड़ने की धमकी दी है। बता दें कि दो दिन पहले ही दो गांववालों के बीच झगड़ा भी हुआ था जिसके बाद अब सुराना गांव के कई परिवारों ने गांव छोड़ने की बात कही है।
इस मामले में बिपलांक पुलिस ने दो गांव वालों मुकेश जाट और मयूर खान के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज किया है। दोनों पर आरोप है कि 16 जनवरी को दोनों ने एक-दूसरे को गालियां दीं और मारपीट किया। बता दें कि मुकेश जाट एक हिंदू सगंठन के संयोजक भी हैं। इस मामले में क्रॉस एफआईआर होने के बाद जाट समुदाय से ताल्लुक रखने वाले परिवारों ने अपनी घर की बाहरी दीवारों पर लिखा है कि यह घर बिक्री के लिए है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्हें अपनी सुरक्षा का खतरा है और इसलिए वो गांव छोड़ कर चले जाना चाहते हैं।
मुकेश जाट ने लगाया आरोप
मुकेश जाट ने कहा, ‘वो आपत्तिजनक गाना बजाते हैं और रैलियां निकलाते हैं। महिलाएं उनकी वजह से सुरक्षित महसूस नहीं करती हैं। वो लोग हमें मानसिक रूप से परेशान करते हैं और जब हम पुलिस स्टेशन जाते हैं तो पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है। 16 जनवरी को मयूर खान 100 से ज्यादा लोगों के साथ मेरे घर आया था और उसने मुझे गालियां दीं। उसने मुझे धमकी दी और गांव छोड़ने के लिए कहा।’ मुकेश जाट ने आगे बताया कि जब उन्होंने एफआईआर दर्ज कराई तब पुलिस ने उनपर भी एक केस दर्ज कर दिया। इस वजह से अब वो वहां सुरक्षित महसूस नहीं करते हैं और गांव छोड़ कर जाना चाहते हैं।
गांव के ही रहने वाले एक अन्य ग्रामीण ओमप्रकाश पटेल का कहना है, ‘मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग हमें प्रताड़ित कर रहे हैं। वो हमें चिढ़ाते हैं, हमें देख बाइक तेज गति से चलाते हैं और हमें गालियां देते हैं। वो कूड़ा-कचरा हमारे घर के नजदीक फेंकते हैं और घर के सामने थूकते हैं। वो हमारे बच्चों को भी डराते हैं।’ इस मामले में हिंदू समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिले के कलेक्टर कुमार पुरुषोतम से मुलाकात कर कहा कि उन्हें किसी अन्य गांव में जमीन दी जाए क्योंकि वो इस गांव में सुरक्षित नहीं और वो यहां नहीं रहना चाहते हैं।
मयूर खान ने कही यह बात
हालांकि, इधर इस मामले में मयूर खान ने मुकेश जाट पर संगीन आरोप लगाए हैं। मयूर खान ने कहा, कुछ लोग खास कर मुकेश जाट हर छोटे-बड़े मुद्दे को सामुदायिक रंग देना चाहते हैं। पिछले दो साल से मुकेश जाट और कुछ अन्य लोग गांव में सामुदायिक तनाव फैलाना चाहते हैं। उन्होंने करीब आधा दर्जन केस मुस्लिम समुदाय के सदस्यों के खिलाफ दर्ज कराया है। 16 जनवरी को उन्होंने मुझसे मारपीट की और मुझ पर झूठा मुकदमा दर्ज करवाया।’
गृहमंत्री ने कही यह बात
इधर मामले के उजागर होने के बाद राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, ‘राज्य में शांति-व्यवस्था बनाए रखना हमारा कर्तव्य है। सुराना गांव का मामला गंभीर है और किसी को भी इससे डरने की जरूरत नहीं है। प्रशासन इस मामले को सुलझा लेगा। गृहमंत्री के आदेश के बाद रतलाम के जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने गांव वालों के साथ एक बैठक की है। जिला कलेक्टर ने कहा कि हम मामले को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रशासन ने कही यह बात
कलेक्टर ने कहा कि गांव वालों ने उन्हें बताया कि अक्सर होने वाली मारपीट और प्रताड़ना की वजह से वो असुरक्षित महसूस करते हैं। इस मामले में सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट और सब-डिविजनल ऑफिसर ऑफ पुलिस और दोनों समुदायों से दो-दो सदस्यों को साथ लेकर एक कमेटी बनाई गई है। उन्होंने कहा कि लोग जमीन अतिक्रमण भी यहां कर रहे हैं और महीने भर के अंदर इस समस्या को सुलझा लिया जाएगा। वहीं पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने कहा, ‘गांव में एक पुलिस आउटपोस्ट बनाया जाएगा। यहां 10 पुलिसवालों कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए हमेशा तैनात रहेंगे।’