कोरोना काल में बंद हुआ काम तो घर पर ही छापने लगा नकली नोट, अचानक आई पुलिस और फिर…
राजगढ़: MP के राजगढ़ से एक चौंकाने वाला मामला सामने आ रहा है जिसमे घर पर ही कलर प्रिंटर के माध्यम से नकली नोट छापे जा रहे थे. पुलिस ने इस मामले में दबिश देकर 6 अपराधियों को गिरफ्तार किया. साथ ही पुलिस ने इनके पास से 30 हजार रुपये के नकली नोट तथा एक प्रिंटर जब्त किया है. पुलिस की पूछताछ में मास्टरमाइंड अपराधी अविनाश ने कबूल किया, वो नकली नोट छापता था. कुछ दिन पहले खिलचीपुर पुलिस ने जैतपुरा खुर्द गांव से फर्जी नोट बाजार में चलाने की फिराक में घूम रहे तीन अपराधी को अजय पुष्पद, राजू पुष्पद, सूरज वर्मा अपराधियों को गिरफ्तार किया था.
वही हिरासत में लिए गए इन तीन अपराधियों से पुलिस ने पूछताछ की तो इस गिरोह के मुख्य अपराधी के बार में कई महत्वपूर्ण जानकारी मिलीं. बुधवार को खिलचीपुर पुलिस ने जाल बिछाकर आगर के नलखेड़ा से जाली नोट छापने वाले गैंग के सरगना मास्टरमाइंड अविनाश पुष्पद (30) के घर प्रातः अचानक दबिश दी. जहां से पुलिस को कलर प्रिंटर एवं 10 हजार रुपये के नकली नोट जब्त किए. अबतक अपराधियों के पास से 40 हजार के नकली नोट बरामद किए हैं.
इसके साथ ही पुलिस ने बताया कि नकली नोट छापने वाले मास्टर माइंड अविनाश पुष्पद नलखेड़ा में ड्राइवर था. कोरोना के कारण उसका काम बंद हो गया तथा दिन प्रतिदिन उस पर कर्ज बढ़ने लगा. फिर उसने यूट्यूब ने नकली नोट छापने का तरीका सीखा तथा कलर प्रिंटर से 200 रुपये नकली नोट छापने आरम्भ कर दिए. मगर बाजार में इन नकली नोटों को चलाने की उसकी हिम्मत नहीं हुई. फिर उसने इस काम में सारंगपुर में अपनी मौसी के बेटे अनिल पुष्पद को अपने साथ सम्मिलित किया. अनिल ने सारंगपुर के अपने पड़ोस में रहने वाले सुरेश वर्मा, अजय, राजू, सूरज को लालच देकर अपने गैंग में सम्मिलित कर नोट को चलाने के लिए पहली कोशिश की.