जिला भाजपा अध्यक्ष उमेश अग्रवाल हाईप्रोफाइल मामला सेटेलमेंट….???? या फिर कुछ और क्या…???
रायगढ़। आज शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है जिला भाजपा अध्यक्ष उमेश अग्रवाल पर कुछ दिन पूर्व पार्टी की ही महिला कार्यकर्ताओं ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया था. आरोप के कुछ दिन बाद ही सिटी कोतवाली जाकर इसकी लिखित शिकायत की थी। जिस पर कोतवाली प्रभारी ने यूवती के शिकायत के बाद जिला भाजपा अध्यक्ष उमेश अग्रवाल के खिलाफ छेड़छाड़ मामले में एफआईआर दर्ज कर ली थी। वही रायगढ़ में आज सोशल मीडिया और कुछ समाचार पत्रों में छेड़छाड़ के आरोप लगाने वाली युवती और आरोपी उमेश के बीच समझौता होने की बात सामने आ रही है ऐसी चर्चा है कि महिला ने रजिस्टर्ड डाक के माध्यम से जिला भाजपा अध्यक्ष उमेश अग्रवाल पर लगाए गए आरोप पर कानूनी कारवाही नहीं चाहती है। वही थाना प्रभारी ने कहा कि मामला अभी विवेचना में है इसलिए इस विषय पर ज्यादा कहना उचित नहीं है।
वहीं कुछ जानकारों की मानें तो यह मामला हाईप्रोफाइल होने के कारण पुलिस फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। जब एफआईआर दर्ज हो गई है और आरोपी ने अग्रिम जमानत भी लगाया था, जिसे माननीय न्यायालय ने खारिज कर दिया है। इससे यही प्रतीत होता है कि यह कोर्ट का मामला है और न्याय कोर्ट से ही मिलना है। एफआईआर दर्ज होने के बाद आरोपी कितने भी बचने की कोशिश कर ले न्यायालय में प्रार्थीया को न्याय जरूर मिलेगा।
कोतवाली प्रभारी ने आरोपी को पकड़ने के लिए अपनी सारी ताकत लगा दी, जल्द ही आरोपी को पकड़ लिया जाएगा…
शहर में जोरों से चर्चा है कि जिला भाजपा अध्यक्ष उमेश अग्रवाल रायगढ़ में ही रह कर अपने ऊपर लगे आरोपों पर अपनी सारी ताकत झोकते हुए रफा-दफा करने के मूड में हैं। कुछ स्थानीयों ने बताया कि आरोपी नंदेली के आगे कई बार आते जाते देखा गया है। इन बातों में कितनी सत्यता है यह तो नहीं जानते। जिला भाजपा अध्यक्ष कितनी भी मगजमारी कर ले, कोतवाली प्रभारी नागर बड़े-बड़ों को जेल की हवा खिलाई है। कोतवाली प्रभारी नागर ने देश के कई अन्य राज्यों से आरोपियों को पकड़कर लाया है तो रायगढ़ के ही आरोपी को पकड़ना इनके लिए बाएं हाथ का खेल है।