पूर्व फौजी ने सुसाइड नोट लिखकर मार ली गोली, यह आत्महत्या नहीं बलिदान है
सबलगढ़। सबलगढ़ थाना क्षेत्र के गुलालई गांव में सोमवार की सुबह एक पूर्व फौजी ने अपने आप को गोली मार ली। जिस पर स्वजन उसे गंभीर हालत में सबलगढ़ अस्पताल लेकर आए। जहां से उसकी हालत गंभीर होने पर उसे ग्वालियर रेफर कर दिया गया। जहां उसका इलाज किया जा रहा है। पूर्व फौजी ने गोली मारने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा है। जिसमें इसे आत्महत्या नहीं बल्कि बलिदान बताते हुए, सत्य पर असत्य के भारी होने की बात लिखी है। वहीं जमीन बंटवारे में बड़े भाई द्वारा फर्जीबाड़ा किए जाने का जिक्र किया गया है। हालांकि पुलिस अभी इस पूरे ही मामले में कोई जानकारी न होने की बात कह रही है। इस मामले में टीम को अस्पताल भेजा जा रहा है। पूरे मामले में जांच करने की बात कह रही है।
जानकारी के मुताबिक गुलालई गांव निवासी राकेश सिंह जादौन पुत्र कप्तान सिंह उम्र 55 साल ने अलसुबह घर में बंदूक से खुद को गोली मारी। गोली की आवाज सुनकर स्वजन जाग गए और तुरंत ही सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर होने पर ग्वालियर रेफर कर दिया। जिस पर स्वजन उसे ग्वालियर लेकर ले गए। जहां उसका इलाज किया जा रहा है। हालांकि इस मामले की पुलिस के पास महज अस्पताल से तहरीर ही पहुंची है। जिसके बाद पुलिस शाम तक इस मामले में कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं थी। वहीं वीट प्रभारी को अस्पताल भेजकर मामले की जानकारी जुटाने की बात कह रही थी। इसके बाद एक सुसाइड नोट सामने आया। जिसे पूर्व फौजी राकेश सिंह जादौन का बताया जा रहा है। जिसमें उसके चाचा की जमीन को लेकर बड़े भाई से विवाद होने का जिक्र किया गया है। इसके साथ ही नौ बीघा जमीन को भाई द्वारा फर्जीबाड़ा किए जाने का जिक्र किया गया है। वहीं उसने कई लोगों के नाम भी इस सुसाइड नोट में लिख रखे हैं।
यह बताया गया है सुसाइड नोट में:
गोली मारने के बाद जो सुसाइड नोट सामने आया है उसमें लिखा गया है कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि बलिदान है, सत्य पर जब असत्य का पलड़ा भारी होता है तो बलिदान दिया जाता है। श्रीमान फर्जी वसीयतनामा के आधार पर मुझसे बड़े भाई ने नौ बीघा जमीन नाम करा ली। जिसकी शिकायत सबलगढ़ थाने व एसडीएम व कमिश्नर मुरैना से की गई है। लेकिन दबंगई और रिश्वतखोरी के आधार पर मेरी चचेरी बहन असपल रहे। एक रिट जरूर न्यायालय में चालू है। जब से मेरी बहन से केस दर्ज किया है तब से बड़ा भाई व उसके बेटे घर से घसीटने, मारने और धमकी देने का काम कर चुके हैं। राकेश जादौन ने ससुसाइड नोट में बड़े भाई के सहयोगियों के रूप में भी कई लोगों के नाम लिख रखे है। वहीं उसे रास्ता दिखाने वाले लोगों के नाम भी लिखे है। जिसमें एक सरकारी चिकित्सक का भी इस सुसाइड नोट में लिख रखा है।
कथन
-अभी हमें अस्पताल से सिर्फ तहरीर मिली है, इसकी जानकारी अभी हमारे पास नहीं है वीट प्रभारी को भेज रहे है जिससे पता चल सके क्या मामला है।
केके सिंह, थाना प्रभारी सबलगढ़।