आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रैली करने के पश्चात सौपा ज्ञापन।
पखांजूर से बिप्लब कुण्डू–12.6.22
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संयुक्त मंच ने पखांजूर परियोजना स्तरीय धरना प्रदर्शन , रैली करने के पश्चात सौपा ज्ञापन।
पखांजूर…
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संयुक्त मंच ने पखांजूर परियोजना स्तरीय धरना प्रदर्शन बाद रैली करते हुएं अनुविभागीय अधिकारी (रा.)के हाथो मुख्यमंत्री, महिला बाल विकास मंत्री आदि के नाम पखांजूर में सौपा ज्ञापन।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका पदाधिकारी अंजू मल्लीक बासंती विश्वास ,अनिमा दास,चायना ,दीपाली,प्रणति,लक्ष्मी आदि ने अनुविभागीय अधिकारी (रा.) से कहां है कि 47 सालो से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाएं देश सेवा कर रही है।परंतु आज तक वो सम्मान हम बहनों को नहीं मिला जिसका हम हक दार है।अनुविभागीय अधिकारी ने उनकी बाते सुने और विश्वास दिलाते हुऐ कहां कि धिरज धरिए सरकार कुछना कुछ जरुर करेंगे।धिरज का फल मिठा होते है वो हकीकत होंगे धिरज रखने की सलाह परामर्श दिये। और उच्च स्तर तक आंगनबारी कार्यकर्ता सहायिकाओं के हित में बाते रखेंगे एवं आवेदन पत्र पहुचाने कि आश्वासन दिया।मोनिका साहा ने संयुक्त मंच की मांगो का समर्थन करते हुए सभा सम्बोधित किया ।संघर्षशील आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका यूनियन (छःग)के मुख्य सलाहकार एवं ऑल इण्डिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर छःग राज्य संयोजक विश्वजीत हारोडे ने धरना मंच साझा करते हुएं कहां है कि प्रदेश में संचालित 46660 आंगनबाड़ी केन्द्र और 5814 मिनि आंगनबाड़ी केन्द्रों में लगभग 01 लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाएं कार्यरत हैं। कार्यकर्ता सहायिकाओं द्वारा केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा सौंपे गये सभी कार्यो का ईमानदारी से निर्वहन कर रहे हैं, लेकिन समय, श्रम और वर्तमान मंहगाई के अनुरुप जो मानदेय और अन्य सुविधायें नहीं मिल रही हैं जो मिल रही है वह बहुत ही कम हैं। उन्हें संयुक्त मंच की जायज मांगो को विस्तार पूर्वक रखें कि शिक्षा कर्मियों की तरह आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं के लिये भी नीति बनाकर शासकीय कर्मचारी घोषित किया जावें, तब तक वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा चुनावी घोषणा पत्र में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं को नर्सरी शिक्षक पर उन्नयन और कलेक्टर दर पर मानदेय दिये जाने का वादा किया गया था,जिसके तहत कार्यवाही करते हुए यह मांग पूरी कराई जावें ।,सामाजिक सुरक्षा के रुप में मासिक पेंशन और समूह बीमा योजना हेतु नीति निर्धारित कर इसको लागू कराने का कष्ट करेंगे। इसके साथ ही सेवानिवृत्त और मृत्यु होने पर कार्यकताओं को 05 लाख एवं सहायिकाओं को रुपयें 03 लाख राशि एक मुश्त भुगतान किया जावें।,आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सुपरवाईजर के रिक्त पद पर शत-प्रतिशत, बिना उम्र बंधन के और बिना परीक्षा के लिया जावें। इसी तरह सहायिकाओं को कार्यकर्ता के रिक्त पद पर लिया जावें, 25% का बंधन समाप्त किया जावें। इस हेतु विभागीय सेवा भर्ती नियम में संशोधन किया जावे।,मिनि आंगनबाड़ी को पूर्ण आंगनबाड़ी बनाने एवं क्रेश कार्यकर्ताओं को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पदपर समाहित किया जावें ।,प्रदेश स्तर में रिक्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं के रिक्त पदों को शीघ्र भरा जावें।,पोषण ट्रेकर एप्प और अन्य कोई भी कार्य जब तक मोबाईल, नेट चार्ज नही दिया जाता तब तक मोबाईल में कार्य ना लिया जावें।आदि छैः सुत्री मांग पुरी करने हेतु ज्ञापन सौपा अंजू मल्लिक,गोदावरी नेताम,शिखा गाईन,बाशंति विश्वास, शांति, त्रीप्ति वर्मा, दिपावली, प्रणति,करुणा, अनिमा पखांजूर परियोजना की लगभग समस्त आंगनबारी कार्यकर्ता सहायिकाएं उपस्थित रहे।