
धरमजयगढ़:- सिस्टम व जनता के बीच सामंजस्य स्थापित होना लोकतंत्र के अस्तित्व में रहने का द्योतक होता है साथ ही विकास के लिए अनिवार्य भी। लेकिन जब कभी विभिन्न कारणों से जन और तंत्र के बीच दूरियां बढ़ने लगती हैं और ऐसी स्थिति में समाधान के लिए यदि जिम्मेदारी से तत्कालिक और आवश्यक कदम नहीं उठाए जाते हैं तो यह काफी निराशाजनक और कभी कभी हानिकारक भी हो सकता है। सिस्टम का यह दायित्व होता है कि उसका प्रत्येक अंग जनता के हित में काम करे, लेकिन बहुत से मामलों में ऐसा होता नज़र नहीं आता है।
धरमजयगढ़ वन विभाग में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसमें एक उप वन क्षेत्रपाल की मनमानी से क्षेत्र के ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। डिप्टी रेंजर के कथित लापरवाही पूर्ण रवैये की शिकायत ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों से भी की है। जिसमें उन्होंने उनके क्षेत्र के डिप्टी रेंजर पर कई आरोप लगाते हुए उन्हें वहां से हटाने की मांग की है। यह मामला बोरो रेंज के जमरगीडीह सर्किल का है। जहाँ के ग्रामीणों ने, जिसमें गाँव के मुखिया भी शामिल हैं, संबंधित डिप्टी रेंजर पर विभागीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। ग्राम सरपंच ने फोन पर इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि उन्होंने इस बात की लिखित शिकायत दर्ज कराई है। जिसमें पंचनामा के साथ लिखित शिकायत कर डिप्टी रेंजर को उनके क्षेत्र से हटाने की मांग की गई है। इस संबंध में धरमजयगढ़ फारेस्ट एसडीओ बालगोविंद साहू ने फोन पर बताया कि ग्रामीणों के द्वारा शिकायत प्राप्त हुई है। जांच टीम गठित कर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। जांच प्रक्रिया लंबित है, रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।।
