
आप की आवाज
डोंगरगढ़ से सुजेश तुरकर
*मुख्यमंत्री की गौठान योजना में हो रही जनता के पैसे की लूट*
*बिना ब्रांड की खाद मशीन पर कर रहे हैं 54 लाख का खेल*
*डोंगरगढ़*
जी हां प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा गौवंशो की उचित देखभाल एवं गोबर से होने वाली गंदगी को रोकने के उद्देश्य से गौठान योजना प्रारंभ की जिसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में सभी पंचायतों में गौठान निर्माण किया गया है जहां पर गायों को रखकर उनसे होने वाले गोबरों को सरकार द्वारा 2 रुपए प्रति किलो के हिसाब से खरीदी की जा रही है वहीं शहरी क्षेत्रों में एस एल आर एम सेंटरों के माध्यम से गोबर की खरीदी के साथ साथ जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए गोबर से वर्मी कम्पोस्ट एवं सुपर खाद का निर्माण किया जा रहा है और सोसायटी में कम दाम में विक्रय किया जा रहा है।
*वी ओ*_ये तो हुई मुख्यमंत्री की किसान हितेषी योजना की बात अब हम आपको बताने जा रहे कि मुख्यमंत्री की इस योजना पर कौन पानी फेर रहा है यानी इसी गौठान योजना के अंतर्गत नगर पालिका डोंगरगढ़ में 15 वे वित्त मद से खाद को तैयार करने वाली मशीन की खरीदी शासन स्तर पर की गई जिसकी लागत लगभग 54 लाख रुपए है लेकिन हैरानी की बात यह है कि इस मशीन का कोई ब्रांड नही है ना ही कोई कंपनी इसके बावजूद इस मशीन की खरीदी की गई जबकि शासकीय कार्यों में क्रय की जानी वाली हर वस्तु आई एस आई मार्क एवं कंपनी ब्रांडेड वाली होनी चाहिए। इन सारी बातों को दरकिनार कर इस बिना ब्रांड की मशीन की खरीदी की गई जिसे लगभग दो माह हो चुके हैं जिसका अभी तक परीक्षण भी नही हुआ है इसके बावजूद इसका बिल 70% पास कर चेक काट दिया गया।
*वी ओ*_ जब हम इस मशीन का अवलोकन करने वार्ड नं 1 स्थित एस एल आर एम सेंटर पहुंचे तो हमने देखा कि मशीन के सारे पुर्जे अलग_अलग रखे हैं और किसी भी पुर्जे में कंपनी का नाम नहीं है केवल मोटर में जिनवाला नाम का उल्लेख है जो किसी ब्रांड या कंपनी का नाम नहीं लगता। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिस ठेकेदार द्वारा इस मशीन की सप्लाई की गई है उनके द्वारा खुद इस बात को स्वीकार किया गया है कि यह मशीन उनके द्वारा स्वम पूना में तैयार की जाती है और प्रदेश स्तर में इसकी सप्लाई की गई है। कुल मिलाकर नगर पालिका डोंगरगढ़ के अधिकारी एवं संबंधित कर्मचारी,इंजीनियर, ठेकेदार की मिलीभगत से मुख्यमंत्री की योजना पर ग्रहण लगाने का कार्य किया जा रहा है नगर पालिका अध्यक्ष भी जनता से जुड़ी किसी भी प्रकार की समस्या एवं खाद मशीन के विषय में कुछ भी कहने से इंकार करते हैं वे मीडिया से नजर चुराते नजर आते हैं। अब देखने वाली बात यह है कि इस बिना ब्रांड की खाद मशीन जिसकी वास्तविक कीमत लगभग 5 से 10 लाख रुपए है उसका 54 लाख रुपए बिल निकलता है या नही यदि निकलता है तो अतिरिक्त राशि का बंदरबांट कौन_कौन करेगा।
*वार्ड पार्षद शिव निषाद*_इस विषय जब हमने वार्ड पार्षद शिव निषाद से जानकारी ली तो उन्होंने बताया वर्ष 2021 में इसका प्रस्ताव दर स्वीकृत के लिए आया था तब उन्होंने इसका विरोध किया था और कहा था कि अभी हमे इस मशीन की आवश्यकता नहीं है फिर भी इसे दो माह तक उपयोग करके देखा जायेगा सही होने पर ही भुगतान किया जाएगा। हम आपको बता दें कि अधिकारियों को कमीशन खाने की इतनी जल्दी है कि दो माह तक परीक्षण तो दूर उसके पुर्जों को भी अभी तक नहीं जोड़ा गया है और भुगतान की तैयारी पूरी हो गई है।
*अमित छाबड़ा नेता प्रतिपक्ष* इस विषय में हम नेता प्रतिपक्ष अमित छाबड़ा से भी मिले और उनसे जानकारी ली तो उन्होंने कहा कि कोविड काल में एक पत्रक आया था शासन से मशीन खरीदी करने का किंतु खरीदी शासन से होनी है तो भुगतान भी शासन स्तर पर होना चाहिए नगर पालिका क्यों। श्री छाबड़ा ने कहा कि मशीन विक्रेता ने स्वंम इस बात को कबूल किया है कि बिना ब्रांड की मशीन सप्लाई की गई है।
_*सी एम ओ यमन देवांगन*_ डोंगरगढ़ नगर पालिका के सी एम ओ यमन देवांगन ने कहा कि 15 वे वित्त के मद से इस मशीन की खरीदी की जा रही है और यह कौन सी कंपनी व ब्रांड की है वह मैं फाइल देखकर ही बता पाऊंगा और फाइल इंजीनियर के पास है वह अभी आफिस में नही है।
*डोंगरगढ़ से सुजेश तुरकर की रिपोर्ट*