
सांगीतराई का सीमांकन पूरा, 41 लोगों का मिला अवैध कब्जा, पटवारी-आरआई ने किया सीमांकन, 20 एकड़ सरकारी जमीन अतिक्रमण की भेंट चढ़ी, अनदेखी का फायदा उठाया भू-माफिया ने
रायगढ़। प्रशासनिक अनदेखी का फायदा उठाकर भू-माफिया ने सांगीतराई की 20 एकड़ जमीन बेच दी। सोमवार को मौके पर सीमांकन किया गया। कुल 41 लोगों का अतिक्रमण पाया गया है। जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की जा रही है। यह भी पता चला है कि चार लोगों ने लोगों को जमीन बेची थी।
ट्रांसपोर्ट नगर के पास सांगीतराई में 20 एकड़ सरकारी जमीन को बेचने वालों की जांच शुरू हो गई है। सरकारी जमीनों कब्जा कर भू-माफियाओं ने दूसरे लोगों को बेच दिया। सांगीतराई में सोमवार को टीम ने जांच की। मूल खसरा नंबर 320 के खनं 320/1 रकबा 3.93 हे., खनं 320/3 रकबा 3.33 हे. और खनं 320/14 रकबा 0.28 हे. सरकारी जमीनों पर 41 लोगों को बसाया गया है। इनके पास जमीनों के कोई दस्तावेज नहीं हैं। जांच के दौरान पता चला कि किसी तेजराम और तीन अन्य लोगों ने स्टाम्प पेपर पर नोटरी करके जमीनें बेच दीं। धीरे-धीरे करके 20 एकड़ जमीन को बेच डाला।
इस दौरान किसी ने शिकायत तक नहीं की। पटवारी को भी पता नहीं चला। जांच टीम ने जब नापजोख शुरू की तो वहां लोग अपने मकान पर ताला लगाकर गायब हो गए। किसी ने स्टाम्प पेपर दिखाए थे जिसके आधार पर सरकारी जमीन के मालिकाना हक का दावा किया जा रहा है। कुल 41 लोगों को जमीनें बेचकर लाखों रुपए की अवैध कमाई कर ली गई। अब जांच शुरू हुई तो चारों भूमाफिया गायब हो गए हैं। जांच टीम ने सभी अवैध कब्जों की रिपोर्ट तैयार कर ली है। इसके आधार पर नायब तहसीलदार कार्रवाई करेंगे।
अवैध कब्जे की नोटरी किसने की
शहर में जहां भी सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा हो रहा है, वहां केवल स्टाम्प पेपर पर नोटरी करके बिक्री हो जा रही है। नोटरी में सील और साइन किसके हैं। यह भी जांच का मामला है। सांगीतराई के मामले से पता चलता है कि कैसे सरकारी जमीनों की खरीदी-बिक्री खुलकर की जा रही है। मुख्यमंत्री ने खुद अवैध प्लॉटिंग पर एफआईआर का आदेश दिया है। लेकिन यहां 20 एकड़ सरकारी जमीन बेचने वाले का अब तक कुछ नहीं बिगड़ा है।
क्या कहते हैं प्रकाश
सोमवार को जांच टीम ने सीमांकन किया है। 20 एकड़ सरकारी जमीन पर 41 लोगों के कब्जे मिले हैं। रिपोर्ट के आधार पर विधिसम्मत कार्रवाई करेंगे।