
संविदा कर्मी से प्रभारी सीएमओ का नोटिस नोटिस का खेल
जनप्रतिनिधि का भयादोहन
पहला एपिसोड में प्रधानमंत्री आवास योजना के गरीब हितग्राही नगरवासी का कैसे भयादोहन किया। आवास की अंतिम किश्त के लिए 5000 कमीशन की मांग प्रभारी ने की। सिर्फ शिकायत करने का नतीजा मानहानि का नोटिस वह भी पंचायत के लेटर हेड पर…
घोटालो के सरताज ने अपने लंबे कार्यकाल में पार्षद निधि का व्यापक गंडोगोल किया और बार बार किया।पार्षदों की निधि गबन की। पूर्व में भी पार्षद ने शिकायत की, तत्कालीन SDM ने जांच की, दोषी पाया गया।लेकिन कार्यवाही का लंबित होना या नही होना… ऊंची पकड़ व धनबल की महिमा है…
खैर..
इस कार्यकाल में प्रभारी ने निधि समायोजन का खुला खेल खेला।
बिना कार्य किये राशि का आहरण…जनमत से विजयी निर्दलीय पार्षद इस खेल में सहमत नही हुआ…अपनी निधि का उपयोग वार्ड के विकास कार्य मे लगाने को कहा। विकास कार्यो की अनुशंसा भी कर दी।
कोई भी पार्षद जनमत का वरण कर नगर पंचायत में जाता है और वार्ड विकास में अपनी भूमिका निभाता है।
नाम के अनुरूप कार्य करने वाले पार्षद सत्यवान साव ने अपनी निधि से वार्ड विकास का अनुशंसा लेटर जारी कर प्रभारी को दिया।लेकिन प्रभारी को पार्षद निधि गबन का खेल खेलना था।जिसमे वो पूर्व से पारंगत व माहिर प्रभारी है…बात बिगड़ती देख रण तैयार करने का बिगुल फूंका..पानी मे रहकर मगरमच्छ से बैर..तत्काल सेना बुला बंदूक तैयार करने कहा… बिना देखे अपने कमांडर के आदेश का पालन भी अधिनस्त द्वारा हुआ और आनन फानन में बंदूक तैयार भी कर दी..156 छर्रे भरे गए.. प्रभारी ने बंदूक तानी और फायर कर दिया…भयादोहन का वार..भेज दिया 156 माह का नगर पंचायत का बकाया नोटिस…
निर्भीक व निडर निर्दलीय पार्षद ने वार का प्रतिवार करते हुए नोटिस का जवाब दिया तो प्रभारी सकपका गए..ऐसी उम्मीद नही थी कि कोई सामने खड़े हो जायगा।
फिर अपने पार्षद निधि गबन के काले करतूत में एक कहावत को आत्मसात करते हुए एक को छोड़ना उचित समझा और वार्ड विकास के कार्य मे सहमति दी।
वाह प्रभारी वाह….
जिस पार्षद को चुनाव के समय दिनांक 02.12.2019 को अदेय प्रमाण पत्र (कोई बकाया नही) जारी किया… और वो भी एक नही दो दो बार …दिनांक 17.12.2014 को भी अदेय अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया…और दोनों में ही प्रभारी के हस्ताक्षर है… उसे तो गौर कर नोटिस देना था। निशानेबाज गोली भरने से पहले बंदूक और गोली को चेक करता है लेकिन प्रभारी ने ये सोचा ही नही क्योकि उसे गोली और बंदूक के लक्ष्यभेदन पर विश्वास होता था। लेकिन मिस फायर के साथ खुद पर भी बन आती है बिना देखे फायर करने से…
तीनो साक्ष्य प्रस्तुत है….
और गजब तो यह है कि तीनो नोटिस नोटिस का खेला खेलने वाले प्रभारी के हस्ताक्षर युक्त है…या तो अदेय प्रमाण पत्र गलत दिया गया या फिर नोटिस.. दोनो में कुछ तो गड़बड़ है…अदेय गड़बड़ नही है क्योंकि वर्तमान पार्षद सत्यवान साव ने दो दो बार चुनाव लड़ा है.. फिर तो नोटिस ही..😆
कुछ तो गड़बड़ है दया…पता करना पड़ेगा🤣
CID सीरियल की यह लाइन काफी लोकप्रिय है…
और CID टीम के साथ दया लग जाता है पता करने में..
अंत मे मुलजिम को…🤪