
बालासोर दुर्घटना के बाद रायगढ़ रेल्वे स्टेशन में भी खोला गया हेल्प डेस्क
यात्री गण पैसेंजर ट्रेन के लेट लतीफी से परेशान,स्टेशन में यात्रियों की संख्या भी घटी

रायगढ़ – पड़ोसी राज्य उड़ीसा में हुई भीषण ट्रेन दुर्घटना का असर रायगढ़ स्टेशन और रेल यात्रियों में भी देखने को मिला। जहां एक ओर हादसे के बाद स्टेशन में आने जाने वाले यात्रियों की संख्या काफी घट गई है तो वही ट्रेनों की लेट लतीफी के पीछे भी यात्रियों ने रेल हादसे को जिम्मेदार बताया है। यात्रियों का कहना है कि पैसेंजर ट्रेनों की लेट लतीफी का आलम यह है कि गंतव्य तक पहुंचने के लिए यात्री एक दिन पहले निकलने को मजबूर हैं। सबसे ज्यादा परेशानी राज्य के दूसरे शहरों जिनमे राजधानी रायपुर और बिलासपुर जाकर प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने वाले विद्यार्थियों हो रही है। उन्हे आने और जाने के लिए दो दिन का अतिरिक्त समय लग रहा है। बहुत से यात्रियों का मानना है कि हादसे के कारण ही रेल व्यवस्था बिगड़ी है। वही पैसेंजर ट्रेनों की लेट लतीफी को लेकर यात्रियों ने केद्रीय रेल मंत्री को आड़े हाथों लिया।
इधर रायगढ़ रेल्वे स्टेशन प्रांगण में दुर्घटना हेल्प डेस्क खोला गया है। यहां आकर उक्त हादसे में मृत या घायल हुए लोगों की जानकरियां उनके परिजन के सकते हैं।




दोनो विषयों को लेकर स्टेशन मास्टर पी के राउत ने मिडिया को बताया कि हादसे की वजह से ज्यादा परेशानी नहीं हुई है,सब कुछ पहले जैसा ही चल रहा है। एक मात्र एक्सप्रेस ट्रेन का रूट चेंज हुआ है जो वर्तमान में रायगढ़ स्टेशन(मुंबई हावड़ा) रूट से ट्रेन आ रही है।
श्री राउत ने यह भी बताया कि दुर्घटना के बाद स्टेशन में हेल्प डेस्क जरूर खोला गया है। जिस पर दो कर्मचारियों की नियमित ड्यूटी लगाई गई है। घटना के संबंध में कोई भी पीड़ित परिजन अपने लोगों की स्थिति की जानकारी यहां से हासिल कर सकता है,परंतु जब से हेल्प डेस्क खुला है अभी तक कोई भी पीड़ित व्यक्ति हमारे पास तक आया नही है।
रेल्वे स्टेशन रायगढ़
पी. के. राउत, स्टेशन मास्टर रायगढ़