रायगढ़ में लगने वाले मीना बाजार को लेकर प्रशासन असमंजस की स्थिति में है क्योंकि कुछ जनप्रतिनिधियों द्वारा मीना बाजार स्थल का विरोध किया जा रहा है। इसी मामले की वास्तविकता स्थानीय लोगों से बात की और उनका पक्ष जाना। वही शहर में कई प्रकार की अटकलों का बाजार गर्म है। मीना बाजार का विरोध करने वालों पर कई तरह की उंगलियां भी उठाई जा रही हैं।
रायगढ़ में हर वर्ष जन्माष्टमी के समय मेले का आयोजन होता आ रहा है हर वर्ष जन्माष्टमी के समय यहां मीना बाजार लगता है जिसमें की रायगढ़ से ही नहीं बल्कि आसपास के क्षेत्रों से भी भारी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ती है। पहले यह मीना बाजार शहर के बीच लगा करता था पर अब विगत कई सालों से यह मीना बाजार जूट मिल सावित्री नगर क्षेत्र में लगता रहा है। इस वर्ष मीना बाजार का कई जनप्रतिनिधियों ने विरोध दर्ज करवाया है। जिसकी वास्तविकता जानने के लिए स्थानीय महिला एवं पुरुषों से बात की। तो उन्होंने बताया कि उन्हें मीना बाजार लगने से किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होती है बल्कि उन्हें कई प्रकार के रोजगार उपलब्ध हो जाते हैं। और विरोध करने वालों पर राजनीति करने का आरोप लगाया और यह भी कहा कि उनके व्यक्ति द्वारा मीना बाजार नहीं लगा कर अन्य व्यक्ति द्वारा लगाया जा रहा है। जिस कारण से विरोध किया जा रहा है। कुल मिलाकर कहा जाए तो स्थानीय लोगों को मीना बाजार लगने से इतनी आपत्ति नजर नहीं आई जितनी कि अन्य जनप्रतिनिधियों को।
वही शहर में इस बात का भी चर्चा गर्म है कि जो जो जनप्रतिनिधि अभी विरोध कर रहे हैं वह पिछले साल मीना बाजार उसी स्थल पर लगाने में अहम भूमिका अदा की थी। जिसके कुछ फोटोग्राफ भी हमारे पास उपलब्ध हैं वह भी हम आपको दिखाना चाहेंगे। अब अचानक मीना बाजार के मालिक के बदलने पर स्थल का विरोध करना कहीं ना कहीं कई लोगों के गले से नीचे नहीं उतर रहा है। दबी जुबान में लोग कई प्रकार की बातें कर रहे हैं। अब मीना बाजार मामले का पूरा पटाक्षेप जिला प्रशासन के रुख पर निर्णय करता है। जिला प्रशासन भी सभी पहलुओं से बारीकी से जांच कर रही है जल्दी मीना बाजार पर कोई निर्णय आ सकता है।