
स्वच्छता दीदियों ने अपनी तीन सूत्रीय मांग को लेकर शहर में रैली निकालकर कि धरना प्रदर्शन दिया ज्ञापन, निगम ने भी निकाली नई भर्ती क्या कहा सुनिए
रायगढ़ : मिली जानकारी के अनुसार निगम के स्वच्छता दीदीयों ने तीन दिन से अपनी मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट में तो कभी नगर निगम में चक्कर काट रही हैं ज़ब निगम मेँ उनकी बात नहीं सुनी गई तो आज स्वच्छता दीदियो ने शहर मेँ रैली निकाल कर कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर के नाम संयुक्त कलेक्टर को दिया ज्ञापन दीदियों की माने तो हम लोगों को सुबह 5:00 बजे उठकर रिक्शा लेकर निकालना पड़ता है घर-घर कचरा उठाते हैं घर परिवार को समय नहीं दे पाते हैं नगर निगम के द्वारा हम लोगों को ₹6000 मानदेय दिया जाता है जो कि हम लोगों का परिवार का पालन पोषण इतने कम पैसों में नहीं हो रहा डेली मजदूरी करने वाले मजदूरों से भी कम है ऐसे में हम लोग अपना परिवार कैसे चलाएंगे हम लोग नगर निगम आयुक्त से कई बार फरियाद लगा चुके हैं वहां हम लोग की सुनवाई नहीं हुई तो आज मजबूर होकर कलेक्टर के पास आए हैं हम स्वच्छता दीदी कलेक्टर साहब से निवेदन करते हैं कि मारी फरियाद को सुने
क्या है स्वच्छता दीदियों की मांग :पहला कलेक्टर दर पर म मानदेय दिया जाए दूसरा महीने में हर रविवार को छुट्टी दिया जाए और तीसरा हम लोग को पीएफ से जोड़ा जाए किन किन मांगों को लेकर स्वच्छता दीदियों ने 3 दिन से काम बंद कर दिया है आज मिनी स्टेडियम में हड़ताल पर बैठ जाएंगे इधर स्वच्छता दीदियों के हड़ताल पर जाने से वार्डों में इसका असर दिखने लगा है
स्वच्छता दीदियों में ऐसे भी हैं जिनकी हालत बहुत खराब
जो स्वच्छता दीदी घूम घूम कर रिक्सा चलाकर घरों से कचरा कूड़ा उठाती हैं उनमें से ज्यादातर समाज से ठोकर खाई हुई है या फिर यूं कहें कि उनके आगे पीछे कोई नहीं है कुछ विधियों के तो पति भी छोड़ चुके हैं ऐसी स्थिति में कलेक्टर और नगर निगम आयुक्त को अभी निर्णय लेना चाहिए सोच समझ कर ही लेना चाहिए अगर का दीदियों की नौकरी चली जाती है तो उनके ऊपर बहुत बड़ा पहाड़ टूट पड़ेगा हालांकि पूरा मामला कलेक्टर और नगर निगम आयुक्त के ऊपर निर्भर है
इधर निगम ने निकली स्वच्छता दीदियों की भर्ती
जानकारी मिल रही है कि स्वच्छता दीदियों की हड़ताल पर जाने के बाद नगर निगम ने स्वच्छता दीदियों के लिए walk-in-interview की भर्ती निकाली है जिसमें कुछ स्वच्छता दीदियों की भर्ती भी की गई है एक स्वच्छता दीदी ने बताया कि नगर निगम के महापौर और अधिकारियो ने कहा है कि यह योजना केंद्र सरकार की हैं अगर वह पैसा नहीं देता तो हम लो आप लोगों को पैसा कैसे बढ़ाएंगे आप लोगों को काम करना है तो करो नहीं करना है तो मत करो ऐसे बोल कर उन्हें वापस भेज दिया गया है