रायगढ़ :जैसे जैसे बारिश का मौसम आते जा रहा है रेत माफिया युद्ध स्तर पर रेत का अबैध परिवहन कर रेत का भदारण कर लेना चाहते है क्योंकि बारिश भर रेत का नाही उतखन्न हो पाता है और नाही परिवहन और और बालू का दाम बारिश के वजह से दो गुना बढ़ जाता है जिसकी वजह से वनांचल क्षेत्र के साथ ही साथ नदी क्षेत्र के समीप अरे कवैध उत्खनन और परिवहन किया जा रहा है इसी कड़ी मे खरसिया विधानसभा क्षेत्र के ग्राम सहसपुरी, नावापारा मांड नदी से अवैध रेत खनन का खेल जोरो पर चल रहा है। रेत भू माफिया आवास निर्माण के नाम से बहाना बनाकर कर रहे है अवैध परिवहन कर रहे है और राजस्व का चूना लगा रहे हैं आम जनता अलग परेशान।
इन दिनों रायगढ़ खनिज अधिकारी और जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारियों के संरक्षण में अवैध रेत खनन का खेल चल रहा है। जहां रोजाना सैकड़ों ट्रेक्टर के माध्यम से रेत खनन किया जा रहा है और गरीब व्यक्तियों को अधिक राशि में रेत बिक्री की जा रही है। आखिर किसके दम पर नावापारा मांड और सहसपुरी में यह किसके दम खम में हो रहा है।
अवैध रेत का एक ट्रैक्टर ट्रिप में 700 से 1000 अवैध राशि ली जा रही है। यह उक्त वसूली राशि आखिरकार किसके जेब में जा रहा है। खनिज के भ्रष्ट अधिकारी और भू माफिया के कारण शासन को लाखो राजस्व राशि का नुक़सान हो रही है। ऐसी ही नावापारा मांड नदी में कब तक अवैध खनन का खेल चलता रहेगा।