ट्रंप पर हमले मामले में बड़ा खुलासा, 20 साल के लड़के ने 120 दूर से मारी गोली, इस वजह से दिया वारदात को अंजाम
नई दिल्ली : अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर जनलेवा हमला किया गया। पेंसिल्वेनिया के बटलर में चुनावी रैली के दौरान ट्रम्प के दाहिने कान को चीरते हुए गोली निकल गई। गोली लगते ही ट्रम्प गिर पड़े। हमला करने वाले शख्स की पहचान उजागर हो गई है।
अमेरिकी मीडिया के अनुसार, हमलावर का नाम थॉमस मैथ्यू क्रूक्स है, जिसकी उम्र 20 साल है। सीक्रेट सर्विस के सुरक्षाकर्मियों ने जवाबी कार्रवाई में क्रूक्स को मार गिराया है। क्रूक्स का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वो अपना नाम बताते हुए कह रहा है कि वह रिपब्लिकन्स और डोनाल्ड ट्रंप से नफरत करता है।
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि शायद इसी वजह से उन्होंने वारदात को अंजाम दिया है। हालांकि यह वीडियो कब का है, इसकी जानकारी अभी सामने नहीं आई है।
ट्रंप जिस मंच से भाषण दे रहे थे, बंदूकधारी वहां से करीब 120 मीटर दूर एक मैन्युफैक्चरिंग कंपनी की छत पर खड़ा था। उसने वहीं से ट्रंप पर निशाना साधकर गोलीबारी की। डोनाल्ड ट्रंप का ओपन-एयर कैम्पेन बटलर फार्म शो ग्राउंड में आयोजित किया गया था। यह इतना ओपन स्पेस था कि स्नाइपर को निशाना साधने में कोई परेशानी नहीं हुई। वह अपने स्थान से पूर्व राष्ट्रपति को बिना किसी बाधा के देख पाने में सक्षम था।
गोली की आवाज आते ही एक्टिव हुई काउंटर-स्नाइपर टीम
डोनाल्ड ट्रंप जहां खड़े होकर स्पीच दे रहे थे ठीक उसके पीछे एक और स्ट्रक्चर (किसी कंपनी के गोदाम की तरह का) था, जिस पर यूएस सीक्रेट सर्विस की काउंटर-स्नाइपर टीम तैनात थी।
हमलावर के गोली चलाते ही काउंटर-स्नाइपर टीम एक्टिव हो गई और करीब 200 मीटर दूर से जवाबी कार्रवाई करते हुए, उसे मार गिराया। जिस इमारत में हमलावर का शव बरामद हुआ, वह एजीआर इंटरनेशनल कंपनी की है। यह कंपनी ग्लास और प्लास्टिक पैकेजिंग इंडस्ट्री के लिए स्वचालित उपकरणों की आपूर्ति करती है।