
रायपुर में फायरिंग करने वाले गैंगस्टर अमन के छह गुर्गे झारखंड और हरियाणा से गिरफ्तार, कई प्रदेशों में करते थे वारदात
राजधानी में एक सप्ताह पहले तेलीबांधा क्षेत्र के रिंग रोड स्थित पीआरए इंडिया प्रालि के बाहर गोली चलाने वाले मामले में छह आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। झारखंड और हरियाणा से गिरफ्तारी की गई है।
रायपुर : छत्तीसगढ़ के तेलीबांधा थाना क्षेत्र में पीआरए ग्रुप के दफ्तर के बाहर कार में फायरिंग कर दहशत फैलाने वाले गैंगस्टर अमन साहू के छह गुर्गों को पुलिस ने हरियाणा और झारखंड से गिरफ्तार किया है। इनमें शूटआउट का मुख्य साजिशकर्ता अमनदीप बाल्मीकि शामिल है।
जेल में बंद गैंगस्टर अमन साहू के कहने पर अमनदीप ने शूटआउट को अंजाम तक पहुंचाया था। उसे सिरसा जिले के रनिया थाना इलाके में उसके ठिकाने से घेराबंदी कर दबोचा गया। वहीं फायरिंग करने वाले आरोपित अब भी पुलिस की पहुंच से दूर हैं।
पुलिस ने झारखंड गुमला निवासी संदीप यादव, लोहरदगा झारखंड निवासी शाहिद अंसारी, रांची झारखंड निवासी शाहिद अंसारी, सिरसा हरियाणा निवासी रवि कुमार सेन, लक्ष्मण दास बाजीगर और अमनदीप बाल्मीकि उर्फ अम्मू को गिरफ्तार किया है। अमनदीप के कब्जे से पिस्टल और आठ जिंदा कारतूस जब्त किए गए हैं।
छह राज्यों में सक्रिय है वसूली गैंग
पुलिस के अनुसार रायपुर में शूटआउट करने वाले संगठित गिरोह राजस्थान, हरियाणा, झारखंड, पश्चिम बंगाल और पंजाब में वारदातें करता है। इनका काम अपने राज्यों में सरकारी काम करने वाले ठेकेदारों से लेवी वसूली करना है।
सभी राज्यों का जिम्मा एक-एक गुर्गें के हाथ में है। जो जेल में बद अमन साहू के इशारे पर वारदात करते हैं। फायरिंग करने वाले दो अन्य आरोपितों की पहचान कर ली गई है। टीम पंजाब और हरियाणा में छापामार कार्रवाई कर रही है।
पकड़े जाते ही फायरिंग की योजना
गैंग की कार्यप्रणाली को देखते हुए स्थानीय और इंटरस्टेट पुलिस ने रात में आपरेशन चलाकर बदमाशों को उनके ठिकानों से गिरफ्तार किया। अमनदीप को जब अपने साथियों के पकड़े जाने की जानकारी मिली तो उसने अपने पास लोडेड गन रखी थी।
उसकी योजना थी कि पकड़े जाने की स्थिति में वह पुलिस पर फायरिंग कर फरार हो जाएगा। हालांकि पुलिस ने गैंग को देखते हुए पुलिस ने भी पूरी तैयारी कर रखी थी। अमनदीप को चारों ओर से घेरकर पकड़ा गया।