
इंदौर – 22 मई की रात दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई हिस्सों में मौसम ने अचानक करवट ली। तेज धूल भरी आंधी और मूसलाधार बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। कई जगहों पर पेड़ और बिजली के खंभे गिरने से घरों, वाहनों और राहगीरों को भारी नुकसान पहुंचा।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे आपात मौसम में सतर्कता और सजगता ही जान बचा सकती है। नीचे बताए गए निर्देशों का पालन करके आप खुद को और अपने प्रियजनों को सुरक्षित रख सकते हैं।
क्या करें:
यदि आप बाइक या स्कूटर से सफर कर रहे हैं तो तुरंत किसी मजबूत छत वाले सुरक्षित स्थान पर रुक जाएं।
चेहरे को रुमाल या कपड़े से ढक लें ताकि धूल और मिट्टी से बचाव हो सके।
हेलमेट पहने हैं तो उसे बिल्कुल न उतारें, यह आपके सिर को चोट से बचा सकता है।
खुले स्थानों में सुरक्षित दूरी पर रुकें, जहां पेड़ या खंभे गिरने का खतरा न हो।
क्या न करें:
पेड़, बिजली के खंभों या अस्थायी ढांचों के नीचे खड़े न हों – ये आंधी में गिर सकते हैं।
खुले मैदान में खड़े रहना भी खतरनाक हो सकता है – बिजली गिरने की संभावना बनी रहती है।
इस मौसम में गैर-जरूरी यात्रा से बचें, विशेषकर यदि मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की हो।
विशेष चेतावनी:
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि आंधी-तूफान के दौरान बिजली गिरने की घटनाएं आम हैं, इसलिए सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। लोगों से अपील की गई है कि खराब मौसम की सूचना मिलने पर घर से बाहर निकलने से बचें और आपदा प्रबंधन अथवा मौसम विभाग द्वारा जारी सलाहों का पालन करें।