
रायपुर में घर बनवाने की योजना बना रहे लोगों को अब पहले से ज्यादा खर्च करना पड़ेगा। मानसून से पहले ही खनिज उत्पादों की कीमतों में तेज़ बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। रेत और गिट्टी खदान संचालकों ने अपने रेट बढ़ा दिए हैं, जिससे निर्माण लागत में बड़ा इजाफा हुआ है।
गिट्टी 50% तक महंगी, अब 30 रुपए प्रति फीट
गिट्टी खदान एसोसिएशन ने 1 जून से नई दरें लागू कर दी हैं। पहले गिट्टी 18 से 20 रुपए प्रति फीट के हिसाब से मिल रही थी, लेकिन अब इसकी कीमत सीधे बढ़ाकर 30 रुपए प्रति फीट कर दी गई है।
जिस वैगन की कीमत पहले 12,600 से 14,000 रुपए थी, वह अब 21,000 रुपए तक पहुंच गई है। यानी एक औसत घर की नींव डालने में अब हज़ारों रुपए अतिरिक्त खर्च होंगे।
सप्लायर्स और खदान मालिकों में टकराव
गिट्टी की आपूर्ति को लेकर सप्लायर्स और खदान संचालकों के बीच विवाद गहराता जा रहा है। खदान मालिक चाहते हैं कि गिट्टी का सौदा वजन के आधार पर हो, जबकि सप्लायर्स फीट के हिसाब से डील करते हैं।
शिकायतें मिली हैं कि 600 फीट की बुकिंग पर सिर्फ 550 फीट सामग्री ही डिलीवर की जा रही है, जिससे उपभोक्ताओं को नुकसान हो रहा है।
खनिज विभाग की सख्ती भी वजह
खनिज विभाग अब बिना पिटपास वाले वाहनों पर कड़ी कार्रवाई कर रहा है और भारी जुर्माना वसूला जा रहा है। पहले रॉयल्टी की चोरी कर गिट्टी सस्ते दामों पर बेची जाती थी, लेकिन अब नियमों की सख्ती के चलते खदान मालिक बढ़ी हुई लागत को आम जनता पर थोप रहे हैं।
सिंडिकेट का दबदबा, एक साथ बढ़े दाम
जैसे रेत घाटों पर सिंडिकेट हावी रहता है, वैसे ही गिट्टी के कारोबार में भी रसूखदारों का बोलबाला है। इनका सरकारी तंत्र में प्रभाव होने के चलते कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाती। ऐसे में पूरा सिंडिकेट एकजुट होकर कीमतें मनमाने तरीके से बढ़ा देता है।
दूसरी ओर टैक्स में राहत
जहां एक ओर निर्माण सामग्री महंगी हो गई है, वहीं रायपुर नगर निगम ने प्रॉपर्टी टैक्स को लेकर आम जनता को राहत दी है।
करीब एक महीने से बंद पड़ी प्रॉपर्टी टैक्स की पेमेंट विंडो फिर से चालू कर दी गई है, जिससे अब 3.5 लाख से ज्यादा लोग अपना टैक्स आसानी से जमा कर सकेंगे।
साथ ही, इस बार यूजर चार्ज में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है, यानी लोगों को इस साल भी पिछले साल जितना ही टैक्स देना होगा।
एक ओर जहां नगर निगम टैक्स को लेकर राहत दे रहा है, वहीं खनिज उत्पादों की कीमतें आम लोगों की जेब पर भारी पड़ रही हैं। ऐसे में मकान बनवाना रायपुर में अब और अधिक महंगा सौदा बन गया है।