
रायगढ़ : जिला कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने समय-सीमा की बैठक में निर्देश जारी करते हुए कहा कि रायगढ़ के समीप स्थित एकताल ग्राम की प्रसिद्ध झारा समुदाय की पारंपरिक धातु ढलाई कला को अब शासन की विभिन्न योजनाओं से जोड़कर बड़े स्तर पर प्रोत्साहन दिया जाएगा। उन्होंने ग्रामोद्योग सहित अन्य रोजगार प्रदाता विभागों को इन परिवारों के लिए ठोस और प्रभावी कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए, ताकि उनकी पुश्तैनी कला और आजीविका को नए अवसर मिल सकें।
झारा समुदाय की प्राचीन कला को मिलेगा बड़ा मंच
कलेक्टर ने बताया कि एकताल गांव अपनी विशिष्ट धातु कला—कांसा, पीतल और अन्य धातुओं की ढलाई—के लिए पूरे प्रदेश में जाना जाता है। झारा समुदाय के कारीगर पारंपरिक तरीकों से मूर्तियाँ, पूजा सामग्री, लोकजीवन पर आधारित आकृतियाँ और विभिन्न सजावटी वस्तुएँ तैयार करते हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इन कारीगरों को शिल्प ग्राम, प्रशिक्षण, विपणन, प्रदर्शनी और आर्थिक सहायता योजनाओं से जोड़ा जाए, ताकि उनकी कला को राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा बाजार मिल सके और आर्थिक रूप से सशक्तिकरण सुनिश्चित हो।
योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी के निर्देश
कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर चतुर्वेदी ने विभिन्न विभागों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि शासन की सभी योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राहियों तक समयबद्ध रूप से पहुँचे।
उन्होंने जनदर्शन में प्राप्त आवेदनों की विभागवार समीक्षा करते हुए लंबित मामलों के पारदर्शी, त्वरित और गुणवत्तापूर्ण निराकरण पर विशेष जोर दिया।
कलेक्टर ने निर्देश दिया कि हर आवेदक को उसके आवेदन के समाधान की सूचना अनिवार्य रूप से दी जाए, जिससे प्रशासन के प्रति लोगों का विश्वास मजबूत बना रहे।
अवैध प्लाटिंग पर सख्ती, सुरक्षा मानकों पर कड़ा रुख
कलेक्टर चतुर्वेदी ने शहर के आसपास तथा विकासखंड मुख्यालयों में बिना अनुमति की जा रही अवैध प्लाटिंग पर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि कृषि भूमि को बिना अनुमति व्यावसायिक उपयोग में बदलने या अनियमित प्लाटिंग करने वालों के विरुद्ध खसरा ब्लॉक जैसी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
फूड एंड सेफ्टी की टीम को बड़े होटल-रेस्टोरेंट में साफ-सफाई, खाद्य सुरक्षा और स्वास्थ्य मानकों की गहन जांच करने को कहा गया।
औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग को औद्योगिक क्षेत्रों में विशेष निरीक्षण के निर्देश दिए गए।
कलेक्टर ने जर्जर स्कूल भवनों के मूल्यांकन, मरम्मत और नए भवन प्रस्तावों को जल्द स्वीकृत कराने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। साथ ही उन्होंने भू-अर्जन, निर्माण कार्यों की स्वीकृति और प्रगतिरत कार्यों को गुणवत्ता के साथ समय पर पूरा करने के निर्देश दिए।
सीएम घोषणाओं की प्रगति की समीक्षा
बैठक में मुख्यमंत्री की घोषणाओं की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने विभागीय अधिकारियों को घोषित कार्यों को जल्द क्रियान्वित करने के निर्देश दिए। भू-अर्जन में रिकॉर्ड दुरुस्तीकरण की प्रक्रिया में तेजी लाने को कहा गया।














