
सरगुजा संभाग में पिछले कुछ दिनों से चली आ रही बादलों की परत हटते ही ठंड ने एक बार फिर अपनी जोरदार दस्तक दे दी है। मौसम विभाग के अनुसार न्यूनतम तापमान में तेज गिरावट दर्ज की जा रही है, और आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने के आसार हैं।
पिछले 24 घंटों में अंबिकापुर में न्यूनतम तापमान गिरकर 8.4 डिग्री पहुँच गया, जबकि मैनपाट का पारा लुढ़ककर 6 डिग्री से भी नीचे, यानी 6.2 डिग्री तक दर्ज किया गया। तीन दिनों तक बादलों के कारण तापमान लगभग 10 डिग्री के आसपास बना हुआ था, जिससे लोगों को कड़ाके की ठंड से कुछ राहत मिली थी।
बादल हटते ही शीतलहरों की वापसी
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक बादलों का हटना ही तापमान गिरने की मुख्य वजह है। उत्तर छत्तीसगढ़ में बादलों ने शीतलहरों की रफ्तार को रोक रखा था, लेकिन अब हवा का रुख बदल चुका है और शीतलहरें फिर से सक्रिय हो गई हैं।
अंबिकापुर में अधिकतम तापमान भी गिरकर 26.4 डिग्री दर्ज किया गया है, जो सामान्य से कम है। पाट क्षेत्र—विशेषकर मैनपाट—में ठिठुरन लगातार बढ़ रही है, जिससे लोग शाम होते ही अलाव का सहारा लेने लगे हैं।
चक्रवातीय सिस्टम से फिर बदल सकता है मौसम
मौसम विज्ञानी ए.एम. भट्ठ ने बताया कि अंडमान सागर में एक लो-प्रेशर सिस्टम बन रहा है, जो आगे चलकर चक्रवात का रूप ले सकता है। इसका असर सरगुजा में बादलों की बढ़त के रूप में नजर आने की संभावना है।हालाँकि चक्रवात बनेगा या नहीं, इस पर फिलहाल कुछ कहा नहीं जा सकता, पर मौसम में बदलाव तय माना जा रहा है।
आने वाले दिनों में और गिरेगा तापमान
विशेषज्ञों के अनुसार सरगुजा संभाग में अगले दो दिनों तक बादल कम होते रहेंगे, जिससे रात के तापमान में और गिरावट देखी जा सकती है। पाट से लेकर मैदानी इलाकों तक ठंड की वापसी का असर साफ दिखाई दे रहा है।














