रामायण जीव का एक अंग है-प्रभारी मंत्री श्री अमरजीत भगत, पर्यटनरथ सुखरापारा पहुंचने पर लोगों द्वारा उत्साह के साथ किया गया स्वागत, कलेक्टर ने प्रभारी मंत्री श्री अमरजीत भगत को रामायण ग्रंथ स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट किया
जशपुरनगर 16 दिसम्बर 2020/ खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री अमरजीत भगत ने रामवनगमन परिपथ के तहत् ग्राम सुखरापारा के आयोजित कार्यक्रम मं शामिल हुए। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि रामायण जीवन का एक अंग है। रामरस कभी नहीं निकलता है। नर सेवा ही नारायण की सेवा है। प्यासों को पानी पिलाए। बाद में अमृत पिलाने से क्या लाभ। ईश्वर सभी को अपना पुत्र समझता है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा रामवनगमन परिपथ को पर्यटन के लिए विकसित करने के लिए सार्थक प्रयास कर रही है। पर्यटन एवं संस्कृति विकास विभाग द्वारा रामवनगमन परिपथ सक्रिट के तहत् 15 स्थानों का चयन किया गया है। प्रथम चरण में 9 स्थान सीतामणी, हरचैका, रामगढ़, शिवरीनारायण, तुरतुरिया, चन्द्रखुरी, राजिम, सिहावा, सप्तऋषि आश्रम जगदलपुर एवं रामाराम के विकास और सौन्दर्यीकरण के लिए 137 करोड़ 45 लाख रुपए की कार्ययोजना पर शुरू हो गया है।
कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने प्रभारी मंत्री श्री अमरजीत भगत को रामायण गं्रथ स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट किया। पर्यटनरथ कोरिया जिला के सीतामणी हरचैका से विगत दिवस मंगलवार को जिले के पत्थलगांव विकासखंड के सीमावर्ती ग्राम सुखरापारा में प्रवेश किया गया। जहां लोगों द्वारा उत्साह से रथ का स्वागत किया गया। पर्यटनरथ सुखरापारा, सुरेशपुर, बहनांटांगर, किलकिला, ईला, बीटीआई चैक पत्थलगांव से होते हुए रायगढ़ के लिए रवाना हुई। इस अवसर पर विधायक श्री विनय भगत, जिला पंचायत की सदस्य श्रीमती आरती सिंह, कलेक्टर श्री महादेव कावरे, पुलिस अधीक्षक श्री बालाजी राव, वनमण्डलाधिकारी श्री कृष्ण जाधव, जिला पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी श्री के.एस.मण्डावी एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं नागरिकगण उपस्थित थे।