प्राथमिकता के आधार पर चल रही कोरोना टीकाकरण की तैयारी शत प्रतिशत लोगो को लगेगा टीकापहले चरण के दौरान कुल 5,782 कोरोना योद्धाओ को लगेगा टीका
जिले में कोविड टीकाकरण के लिए 24 कोल्ड चेन स्टोर
धीरज शिवहरे
बैकुण्ठपुर(कोरिया)जिले में कोविड-19 के टीकाकरण के लिए कलेक्टर कोरिया के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया है । इसमें दवा के रखरखाव के बारे में व टीकाकरण के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जानकारी दी गई।
जिले में पहले चरण के दौरान कुल 5,782 कोरोना योद्धाओ को टीका लगाया जाना है जिसके लिए माइक्रो प्लान तैयार किया गया है| इसमें हेल्थ केयर वर्कर 1,468, आंगनवाडी वर्कर 1,365, मितानिन 2,682, एनएचए 124, नर्सिग कालेज 117, और आईसीडीएस के 26 कर्मचारी को टीका लगाया जाना है। वैसीनेशन के लिए कुल 48 सेशन केन्द्रो में 2,40 लोगो की तैनाती रहेगी।“
कलेक्टर कोरिया सत्यनारायण राठौर ने बताया ,” सभी विभागों के बीच आपसी तालमेल बनाकर प्रथम चरण के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया जाएगा। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कोविड वैक्सीन के टीकाकरण के दौरान मास्क व सैनिटाइजर का उपयोग करने के निर्देश दिए गये है। सामाजिक दूरी का पालन करना भी जरूरी है।“
सीएमएचओ डां. रामेश्वर शर्मा ने बताया ,” स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दिए गए दिशानिर्देशों के अनुसार स्वास्थ्य विभाग अपनी आगामी रणनीति के तहत प्रथम चरण के अभियान में जुटी हुई है। प्रथम चरण में चिकित्सकों , आंगनबाड़ी कर्मचारियों, मितानिन ,स्वास्थ कार्यकर्ताओ,आईसीडीएस कर्मचारियो, और नर्सिग स्टाफ का टीकाकरण किया जाएगा। जिला टीकाकरण अधिकारी डां एस.एस. सिंह ने बताया,” प्रशिक्षण में दवा के रखरखाव करने में बताया कि दवा को न्यूनतम दो व अधिकतम आठ डिग्री तापमान में रखा जाना है। जिले में कोविड टीकाकरण के लिए कुल 24 कोल्ड चेन स्टोर बनाये गये है जिसमें से जिला स्तर पर 01 वैक्सीन संग्रहण केन्द्र ,18 कोल्ड चेन पाइंट ,सहित 05 नये कोल्ड चेन पाइंट बनाये गये है।“
डीपीएम रंजना पैकरा ने बताया जिले में कुल जनसंख्या 6.6 लाख की आबादी के लिए स्वास्थ्य सुविधाओ में 01 जिला चिकित्सालय, ,05 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, 30 प्रायमरी हेल्थ सेंटर, 01 शहरी स्वास्थ केन्द्र,188 एसएचसी, 08 निजी नर्सिग होम और 03 एसईसीएल के अस्पताल संचालित है।टीकाकरण होने पर स्वास्थ्य कर्मियों का डाटा तुरंत कोविन पोर्टल पर अपलोड किया जाए जिससे टीकाकरण में किसी भी प्रकार की देरी न हो।
प्रशिक्षण के दौरान सभी बीएमओ, ,बीईटीओ और बीपीएम और स्वास्थ्य अधिकारी उपस्थित रहे।