
सम्मानित किए जाने पर पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा- मेहनत का फल मिलता है
नई दिल्लीः गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर केन्द्रीय गृह मंत्रालय और से पद्म सम्मान का ऐलान किया गया. इस दौरान कुल 119 लोगों को इस सम्मान से नवाजा गया. इस लिस्ट में राजनीतिक हस्तियों में जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे को पद्म विभूषण और पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व. रामविलास पासवान को पद्म भूषण सम्मान से नवाजा गया. पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को भी पद्म भूषण दिए जाने का एलान किया गया है.
फिलहाल पद्म भूषण से नवाजे जाने पर सुमित्रा महाजन ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि ‘मुझे इस बात पर आश्चर्य है कि मुझे पद्म भूषण पुरस्कार क्यों दिया जा रहा है. मैंने हमेशा अपनी सभी भूमिकाओं में सर्वश्रेष्ठ क्षमता के अनुसार काम किया है, शायद यही कारण हो सकता है. मैं केवल इतना कह सकती हूं कि यदि आपका काम प्रामाणिक है, तो इसका फल आपको अवश्य मिलता है.’
I am surprised over why I am being given the Padma Bhushan award. I have always worked to best of my ability in all the roles, maybe that is the reason. All I can say is if your work is authentic, it pays off: Former Lok Sabha Speaker Sumitra Mahajan in Indore#MadhyaPradesh pic.twitter.com/TADECMEhGk
— ANI (@ANI) January 25, 2021
29 महिलाओं को मिला पद्म पुरस्कार
इस बार अलग-अलग क्षेत्रों की 7 हस्तियों को पद्म विभूषण अवॉर्ड से नवाजा गया है. इसके साथ ही 10 को पद्म भूषण और 102 को पद्म श्री अवॉर्ड दिया गया है. पद्म पुरस्कार विजेताओं में 29 महिलाएं हैं. इनमें 10 लोग विदेशी, प्रवासी भारतीय, पीआईओ और ओसीआई तथा एक व्यक्ति ट्रांसजेंडर श्रेणी से हैं. इनमें 16 लोगों को पद्म पुरस्कार मरणोपरांत दिए गए हैं.
इंदौर से लगातार आठ बार बनीं विधायक
बता दें कि सुमित्रा महाजन इंदौर से लगातार साल 1989,1991, 1996, 1998, 1999, 2004, 2009 और 2014 में आठ बार सांसद बनी. वहीं इन्दौर में उन्हें ‘सुमित्रा ताई’ के नाम से जाना जाता है. पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार के बाद इस पद पर आसीन होने वाली वह दूसरी महिला थीं. सबसे दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने 1989 में पहली बार इंदौर से लोकसभा का चुनाव लड़ा और कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश चंद्र सेठी को हरा दिया.