
कोरोना के दूसरे लहर पर अब धीरे-धीरे काबू पा लिया गया है ऐसे में लोग अब अपने-अपने काम पर निकल रहे हैं. लोगों का आना जाना शुरू हो गया है. बसे भी चलने लगी हैं लेकिन बस संचालक इस आपदा को अवसर बना कर मनमाना किराया वसूल रहे हैं. सरकार द्वारा तय की राशि से बढ़ाकर दो गुना किराया ले रहे हैं. गोपालगंज से पटना के लिए 180 रु किराया सरकार ने तय किया है लेकिन बस संचालक यात्रियों से गोपालगंज से पटना आने के लिए 500 रु किराया ले रहे हैं.
मनमाना किराया वसूल रहे बस संचालक
कोरोना के गाइडलाइन के नाम पर अधिक पैसे लेने के बावजूद गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा है. यात्रियों को बस की छतों पर भी बैठाया जा रहा है. मनमाना किराया वसूलने की शिकायत यात्री प्रशासन से कर रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. जिसके कारण से बस संचालकों को खुलेआम लूटने की छूट मिल गई है. कोरोना के कारण यात्री बसों में शारीरिक दूरी बनाकर यात्रा कराने का निर्देश दिए गए हैं.
कोरोना गाइडलाइन के नाम पर लूट
शुक्रवार को शहर के राजेंद्र नगर बस स्टैंड से बस पकड़कर पटना जा रहे मंजीत कुमार ने बताया कि गोपालगंज से पटना की दूरी 150 किलोमीटर है. सरकार ने गोपालगंज से पटना का बस का किराया 180 रु तय किया है. लेकिन बस संचालक उनसे 500 रु किराया ले रहे हैं. शहर के अंबेडकर चौक के मुजफ्फरपुर के लिए जा रही बसों की स्थिति भी कुछ इसी प्रकार देखने को मिली. बस के अंदर सीट से अधिक संख्या में यात्री सवार थे. इसके अलावा बस के छत पर भी यात्री सवार होकर मुज्जफरपुर जा रहे थे. लेकिन किराए में कोई कमी नहीं बल्कि गाइडलाइन के नाम पर और ज्यादा किराया लिया जा रहा है.
वहीं एक दूसरे यात्रि ने बताया कि गोपालगंज से मुजफ्फरपुर की दूरी 130 किलोमीटर है.सरकारी किराया 140 रुपये निर्धारित है. लेकिन बस में सवार यात्रियों से बस संचालक तीन सौ रुपये किराया वसूल रहे हैं.बस में किसी प्रकार का कोई शारीरिक दूरी का पालन भी नहीं हो रहा है.