
पड़ोसी राज्यों में बाढ़, यहां गंगरेल आधा भी नहीं भरा, तांदुला की हालत और खराब
रायपुर. पड़ोसी राज्यों में जमकर बादल बरस रहे हैं। मध्यप्रदेश में बाढ़ के हालात हैं और छत्तीसगढ़ में इस साल अब तक कई बड़े और छोटे बांध भर नहीं पाए हैं। कुछ दिनों पहले तक बारिश नहीं होने के कारण खेती किसानी पर संकट खड़ा हो रहा था, लेकिन सावन लगने के बाद हुई बारिश से खेतों की हालत में कुछ सुधार आया है। इसके बाद भी बांधों में पर्याप्त जलभराव नहीं है। पिछले साल की तुलना में इस साल अब तक बांधों में 30 से 35 फीसदी कम भराव की स्थिति है। बांधों की स्थिति ने पेयजल, कृषि और उद्योगों के लिए चिंता बढ़ा दी है। गंगरेल बांध में अब तक महज 40 फीसदी जलभराव हुआ है। जबकि तांदुला बांधी की हालत और भी खराब है। जानकारों का कहना है, खेती के हिसाब से बारिश कुछ हद तक फिलहाल ठीक है। बांधों के भराव में कमी से आने वाले महीनों में पानी की कमी हो सकती है। अगर जल्द नियमित बारिश नहीं हुई तो किसान खेती के लिए पानी की मांग कर सकते हैं। खेती के लिए राज्य के बड़े बांधों से पानी छोड़ा जाता है। बांध में ही पानी की कमी हो तो कठिनाई होना स्वाभाविक है। दूसरी बात ये कि मानसून सीजन खत्म होने के बाद जब मार्च अप्रैल में गर्मी बढ़ती है, तो निस्तारी के लिए पानी की जरुरत पड़ती है। जाहिर है, अगर बांधों का जलस्तर कम हुआ तो निस्तारी के पानी की परेशानी हो सकती है।