
अंधविश्वास में पागलपन: देवी को खुश करने के लिए लड़की ने गर्दन काटकर चढ़ाई खुद की बली
- उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक युवती ने अंधविश्वास के चक्कर में अपनी बलि चढ़ा दी. युवती ने मंदिर में पहले अपनी गर्दन काटी और फिर खून से मंदिर में दिए जलाए. इसके बाद युवती ने मंदिर में ही फंदे से लटककर अपनी जान दे दी. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.मेरठ. अंधविश्वास को लेकर लोगों को काफी जागरूक किया जाता है लेकिन फिर भी लोग गलती करने से नहीं चुकते हैं. अंधविश्वास में अपनी जान ले लेना का मामला मेरठ के खरखौदा थाना क्षेत्र के एक गांव से सामने आया है. यहां पर एक युवती ने अंधविश्वास के चक्कर में देवी मंदिर में खून के दीए जलाकर खुद की बलि चढ़ा दी है. युवती ने पहले अपना गला काटा और फिर अपने खून से मंदिर परिसर को सींचा. इतना ही नहीं युवती ने इसके बाद मंदिर में ही फांसी का फंदा डालकर अपनी जान ले ली. इस घटना की जानकारी के सामने आने के बाद से हर किसी के मन में यही सवाल है कि युवती ने ऐसा कदम क्यों उठाया. घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है. इसके साथ ही स्थानीय पुलिस ने इस हत्या को लेकर परिवार के लोगों पर भी साक्ष्य छिपाने का आरोप लगाया है.
ये पूरा मामला मेरठ के खरखौदा थाना क्षेत्र के एक गांव का है. इस घटना की जानकारी तब हुई जब एक युवक मंगलवार शाम को गांव के जंगल में बने देवी मंदिर में पूजा करने गया था. मंदिर में घुसते ही युवक के होश उड़ गए क्योंकि मंदिर में युवती का शव खून से लथपथ पेड़ पर लटका था. इसके साथ ही मंदिर के अंदिर भी खून के निशान थे और यहां पर मंदिर में रखे दीपक में खून से सने हुए थे
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घटना की जानकारी युवक ने ग्रामीणों को दी तो ग्रामीण सूचना मिलने पर मौके पर पहुंच गए. इस शव को देख आसपास के गांवों में युवती के बलि देने की खबर फैल गई. इसके बाद घटना की जानकारी पुलिस को हुई तो वह मौके पर पहुंची. इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. वहीं इस घटना को लेकर एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा जब हम पहुंचे तो परिवार के लोगों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया था. अब फारेंसिंक टीम को भेजकर तथ्य जुटाए जा रहे हैं और इसके बाद ही मौत कैसे हुई इसका खुलासा होगा.