
नन्द कुमार साय के नेतृत्व में केंद्रीय पर्यावरण मंडल की टीम जांच करने पहुंची सिलतरा उद्योगों द्वारा भारी प्रदूषण फैलाने की हुई थी शिकायत
रायपुर। उद्योग नगर सिलतरा में उद्योगपतियों की खुलकर मनमानी और भयानक प्रदूषण की शिकायत क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने केंद्र सरकार से किया था। जिसे लेकर मंगलवार की शाम भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकुमार साय के नेतृत्व में केंद्रीय पर्यावरण मंडल की टीम सिलतरा उद्योग के ग्राम पंचायत टाढा के आसपास के उद्योगों सहित पूरे इलाके में पड़े हजारों ट्रक काली डस्ट सहित किसानों के खेतों में जा रहे जहरीले पानी का जायजा लिया। इस दौरान आसपास के सरपंच, जिला पंचायत सदस्य सहित ग्रामीण उपस्थित थे। गौरतलब है कि सिलतरा उद्योग में उद्योगपतियों की खुल कर मनमानी की शिकायत आसपास के सरपंच सहित जिला पंचायत सदस्य व भाजपा नेताओं ने पूर्व सांसद व वरिष्ठ भाजपा नेता नंद कुमार साय के नेतृत्व में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव से किए थे। जिसे मंत्री ने गंभीरता से लिया और तत्काल एक केंद्रीय पर्यावरण मंडल की टीम नन्द कुमार साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के सिलतरा भेजें और जांच का आदेश दिया। जिसके बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व सांसद नंदकुमार साय के शीर्ष नेतृत्व में मंगलवार को सिलतरा के आसपास कई उद्योग, रेलवे यार्ड सहित औद्योगिक विकास निगम की बंदरबांट जमीन में फैले भारी मात्रा में पढ़े डस्ट को जाकर देखा। जहां प्रदूषण और उद्योग की मनमानी देखकर दिल्ली की पर्यावरण टीम आश्चर्यचकित हो गई। टीम ने कहा कि इस क्षेत्र के लोग जीते कैसे हैं। केंद्रीय पर्यावरण मंडल की टीम और पूर्व सांसद नंदकुमार साय से ग्राम टाढा व मांदर के लोगों ने बताया कि यहां की स्थानीय उद्योग की मनमानी अपने चरम पर है वही एक दूसरे गांव को जोड़ने वाली सड़क के साथ-साथ चारागाह की जमीन पर काली डस्ट को डालकर एक तरह से अवैध कब्जा कर मनमानी कर रहे हैं।